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कॉल गर्ल के नाम पर लोगों को झांसे में लेकर रुपए ऐंठने वाली गैंग का पर्दाफाश

आरोपी उदयपुर में करीब चार माह से लोगों को शिकार बना रहे थे, बदनामी के डर से पीड़ित इनकी शिकायत भी नहीं करते थे

 

उदयपुर 9 अगस्त 2023। प्रतापनगर थाना पुलिस ने कॉल गर्ल के नाम पर लोगों को झांसे में लेकर रुपए ऐंठने वाली गैंग का पर्दाफाश किया है। आरोपियों ने एक एप बना रखा था। इस एप के जरिये आरोपी लोगों से जुड़ते थे और फिर कॉल गर्ल के फोटो व्हाट्सएप कर मिलने बुलाते थे। ग्राहक के पहुंचने पर उसे कार में बैठाकर उसकी बदनामी करने और तलवार दिखाकर रुपए ऐंठ लेते थे। इस मामले में पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से दो कार, 10 मोबाइल, नकद और अन्य सामान बरामद किया है।

थानाधिकारी हिमांशु सिंह राजावत ने बताया कि 7 अगस्त को मुखबिर से सूचना मिली थी कि शहर में कॉल गर्ल के नाम कुछ बदमाशों ने एक एप बना रखा है। इस एप पर जाने के बाद लोग आरोपियों के संपर्क में आ जाते थे। इस गैंग के खुलासे के लिए एसआई भीमाराम, हैड कांस्टेबल लाल सिंह, कांस्टेबल विश्वेंद्र सिंह आदि की टीम बनाई गई। 

टीम के एक सदस्य को ग्राहक बनाया गया और उसके मोबाइल से टोटेक्स एप चलाया। एप पर मिले एक नंबर पर संपर्क किया तो सामने वाले ने व्हाट्सएप कॉलिंग पर बात कही। इसके बाद आरोपी ने लड़कियों के फोटो भेजे। इनमें से एक लड़की का फोटो सलेक्ट कर आरोपी को वापस भेजा और रेट के बारे में पूछा। इस पर आरोपी ने मिलने के लिए सुखानाका रोड पर बुलाया। टीम मौके पर पहुंची, जहां एक थार और स्विफ्ट कार खड़ी थी। बोगस ग्राहक थार के पास पहुंचा, जिसमें से एक आरोपी निकला और उसे स्विफ्ट कार में बैठा दिया। इसके बाद दोनों वाहन वहां से रवाना होने लगे। 

इसी दौरान टीम ने दोनों वाहनों को रोका और उनकी तलाशी ली। इस दौरान वाहनों से एक तलवार, 10 मोबाइल, 2 हजार रुपए, 2 हिसाब की डायरियां मिली। पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम मोहब्बतपुरा जयपुर निवासी प्रीतम सिंह पुत्र जितेंद्र सिंह राजावत, सांगानेर जयपुर निवासी मनीष पुत्र नारायण लाल चौधरी, बगरी जयपुर निवासी अशोक पुत्र रामकिशोर सैन, नरेना जयपुर निवासी सुबराती पुत्र मजीत खान मौजबाबाद जयपुर निवासी दीपक कुमार पुत्र रामस्वरूप मीणा बताया। पुलिस ने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया ।

थानाधिकारी ने बताया कि ये आरोपी उदयपुर में करीब चार माह से लोगों को शिकार बना रहे थे। बदनामी के डर से पीड़ित इनकी शिकायत भी नहीं करते थे। इसी का फायदा उठाकर इन आरोपियों को कई लोगों को ठगा। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। जल्द ही अन्य खुलासे भी हो सकते हैं।