×

हर्ष कलाल मर्डर का तीसरा आरोपी आखिरकार गिरफ्तार   

कुंए से बरामद हुआ मृतक का फ़ोन 
 

उदयपुर -  14 नवम्बर की शाम को हुई हत्या की वारदात में हर्ष कलाल के मर्डर की योजना को अंजाम देने के दूसरे दिन ही साजिश का मुख्य आरोपी रघुनन्दन क्लासेज के संचालक संजय परमार को गिरफ्तार कर लिया गया था।  इसी मामले की अन्य कड़ी यानी पुष्कर उर्फ़ पंकज अहारी को भी कुछ दिनों में गिरफ्तार कर लिया गया था।  इस मर्डर में फरार चल रहे दिनेश भगोरा को  मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार के निर्देशानुसार में अनंत कुमार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय, गिरधर सिंह वृत झाड़ोल के सुपरविजन में फलासिया थानाधिकारी रामनारायण द्वारा इस मामले के आखरी आरोपी को छाणी रोड के जंगलो में दबिश देकर पकड़ा गया और डिटेन कर गिरफ्तार किया गया। 


पैसे के विवाद और कोचिंग संचालक की बहन  के साथ बढ़ते मेल जोल के चलते रची साजिश 

रीट सलेक्शन करवाने के आवाज में लिए पैसे वापस मांगनेपर संजय परमार ने अपने साथी पुष्कर उर्फ़ पंकज अहारी और दिनेश भगोरा के साथ हर्ष की हत्या करने की योजना बनायीं थी।  साजिश रचने का मुख्य कारण यह था की आरोपी संजय परमार की बहन से हर्ष का मेल जोल था इस दोनों का बात करना और मेल-जोल संजय परमार को खटक रहा था। साथ ही दूसरा कारण यह भी था की हर्ष कलाल ने कोचिंग के साथ साथ संजय परमार के कहने पर आसपास के क्षेत्र के युवक युवतियों को रीट की परीक्षा में पास करवाने और एसटीसी की डिग्री दिलाने के नाम पैसे लिए थे। इस राशि का तकाज़ा करने पर संजय परमार और हर्ष के बीच आपसी विवाद हुआ था। साजिश को अंजाम देने के लिए योजना के अनुसार संजय परमार और उनके साथी पुष्कर उर्फ़ पंकज अहारी और दिनेश भगोरा के साथ हर्ष कलाल को महुदरा घाटे पर चट्टानों पर ले गया जहाँ सभी ने शराब पार्टी की वहीँ मौका पाकर पुष्कर और दिनेश ने हर्ष के सर पर बियर की बोतल और पत्थरो से हमला कर दिया तथा अपने गमछो से गला दबाकर हर्ष की हत्या कर लाश को घसीट कर पास स्थित कंदरा में फेंक दिया। इसके बाद तीनो ने हर्ष की मोटरसाईकिल को कंथारिया के पास बस की ओट में खड़ा कर दिया और पुष्कर उर्फ़ पंकज की मोटरसाइकिल से अपने अपने घर चले गए थे।    

कुंए से बरामद हुआ मृतक का फ़ोन 

हत्या के बाद तीसरा आरोपी दिनेश पुलिस से बचने के लिए लगातार ठिकाने बदल बदलकर छुपा हुआ था।  पुलिस ने निशानदेही पर मृतक का फ़ोन भी एक कुंए से बरामद किया।  जिसमे कुंए को खली करने के लिए पुलिस को 12 घंटो तक मोटर चलवानी पड़ी जिसके बाद मृतक का फ़ोन बाहर निकला गया।   
                                                                   

इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के चलते पुष्कर को वारदात के 8 दिन बाद गिरतार कर लिया गया था और इस मामले के 16 दिनों बाद आखिरी आरोपी दिनेश भगोरा को पुलिस ने गिरफ्तार  कर लिया।