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बाप नम्बरी तो बेटा दस नम्बरी

आरोपी के विरुद्ध पूर्व में सिरोही, पिंडवाड़ा, जैसलमेर में 10 से ज़्यादा प्रकरण दर्ज तो पिता भी हिस्ट्रीशीटर

 

लोकेशन बदल बदल कर छिपता फिर रहा था पुलिस की पकड़ से, आखिरकार पुलिस का भी दांव पड़ा भारी आरोपी पर  

उदयपुर।  अपराधी चाहे कितना भी शातिर और तेज़ क्यों न हो लेकिन कानून और कानून के रखवालो से कभी आरोपी ज़्यादा दिन बच कर नहीं रह सकता है। उदयपुर शहर के बकरिया पुलिस ने आखिरकार चार माह से फरार चल रहे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।  

पीड़ित पर जानलेवा हमला कर घायल करने के आरोप में फरार दशरथ पुत्र शंकर गरासिया को सिरवल के जंगल से गिरफ्तार किया। आरोपी को कोर्ट से रिमांड पर भेज दिया गया। 

दरअसल, 28 अगस्त को सायरा के पदराडा निवासी प्रमोद पुत्र छोगलाल प्रजापत शाम को अपने फलों का ठेला हॉस्पिटल के सामने लगाकर बेच रहा था। इसी दौरान बेकरिया निवासी दशरथ पुत्र शंकर गरासिया हाथ में छुरी लेकर पहुंचा और प्रमोद पर हमला करने लिए पीछे दौड़ने लगा। उसने प्रमोद पर छुरी से हमला कर 3 वार किए। आस पास के लोग मौके पर पहुंचे। हमले में घायल प्रमोद को लहुलुहान हालत में बेकरिया सीएचसी लेकर गए। जहां से प्रमोद को गंभीर हालत में रेफर किया। 

बेकरिया थानाधिकारी शंकरलाल राव ने बताया की मामले में बेकरिया के नाता का फला निवासी दशरथ पुत्र शंकर गरासिया वारदात के बाद से फरार चल रहा था। इसे पकड़ने के लिए विशेष टीम गठित की गई। आरोपी लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था। पुलिस ने लोकेशन के आधार पर कई स्थानों पर दबिश दी लेकिन आरोपी उस जगह से फरार हो जाता था। पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी करने के लिए पुलिस ने भेष बदल कर भी आरोपी की तलाश की। पुलिस को सूचना मिली की आरोपी सिरवल के जंगलों में घूम रहा है। इस पर टीम ने मामले आरोपी को घेरा डालकर दबोच लिया।

आरोपी का पिता भी बेकरिया थाना का हिस्ट्रीशीटर 

आरोपी दशरथ के खिलाफ बेकरिया थाना के अलावा सिरोही, पिंडवाड़ा, जैसलमेर थानों में मारपीट, चोरी नकबजनी और आर्म एक्ट में 10 प्रकरण दर्ज है। यही  नहीं आरोपी का पिता शंकर गरासिया भी बेकरिया थाना का हिस्ट्रीशीटर है।