उदयपुर में चोरी की बढ़ती वारदातों का खुलासा, 5 गिरफ्तार
उदयपुर शहर में हाल ही में चोरियों की बढ़ती वारदातों को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने इस पर कड़ी कार्रवाई शुरू की है। एसपी योगेश गोयल ने चोरी की वारदातों का खुलासा करने के लिए पुलिस को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे। उनके निर्देशों की पालना में उमेश ओझा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, शहर और डिप्टी एसपी कैलाश चंद्र के नेतृत्व में थाना सुखेर के थानाधिकारी हिमांशु सिंह राजावत ने एक विशेष टीम का गठन किया।
टीम ने गत एक वर्ष में थाना सुखेर क्षेत्र में हुई चोरियों की पत्रावलियों की समीक्षा की और इसके बाद कार्रवाई को तेज किया। टीम के सदस्य कानि. अचलाराम, कानि. भारतसिंह और कानि. धनराज को आसूचना संकलन और अन्य आवश्यक कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया।
आसूचना संकलन से सामने आया बड़ा खुलासा
थानाधिकारी हिमांशु सिंह राजावत के निर्देशन में टीम ने मुखबिर तंत्र को सुदृढ़ किया और संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी जुटानी शुरू की। टीम को जानकारी मिली कि थाना क्षेत्र के ओगणा और नाई क्षेत्रों में कुछ संदिग्ध युवक गतिविधि में संलिप्त हो सकते हैं। इस सूचना के आधार पर कानि. अचलाराम ने थानाधिकारी को सूचना दी कि उक्त युवक उदयपुर शहर में चोरी जैसी वारदातों में शामिल हो सकते हैं।
इसके बाद, कानि. अचलाराम, कानि. भारतसिंह और कानि. धनराज को इन संदिग्ध युवकों की जानकारी जुटाने के लिए निर्देशित किया गया। टीम ने तकनीकी संसाधनों का उपयोग करते हुए और आसूचना संकलन के माध्यम से यह जानकारी प्राप्त की कि कुछ संदिग्ध युवक और दो वाहन भैरवगढ़ सड़क पर देखे गए हैं।
पुलिस ने संदिग्धों को पकड़ा, चोरियों का खुलासा
सूचना मिलते ही थाने से सुनील बिशनोई, सउनि धनराज, कानि. भारतसिंह और कानि. अचलाराम की टीम को तुरंत भेजा गया। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर पांच संदिग्ध व्यक्तियों को राउंड-अप किया और उनके नाम-पते पूछे। इन युवकों ने अपनी पहचान 1. मांगीलाल निवासी नेताजी का बारा, थाना ओगणा, 2. भगवतीलाल निवासी केली, थाना नाई, 3. मुकेश निवासी नया गुड़ा, थाना नाई, 4.भरत निवासी पिपलवास, 5. कैलाश निवासी नया गुड़ा के रूप में बताई।
पूछताछ के दौरान इन युवकों ने करीब 20 चोरियों सहित कुल 53 चोरियों को अंजाम देने की बात कबूल की। थाना सुखेर पर गत 1 से 1.5 वर्षों में इन अभियुक्तों द्वारा की गई 15 चोरियों के मामलों में उनकी संलिप्तता सामने आई है।
चोरी किए गए माल की बरामदगी
अभियुक्तों की निशानदेही पर पुलिस ने इनके कब्जे से लगभग 35 लाख रुपये मूल्य की चोरी की गई ब्रांडेड वायरिंग सामग्री बरामद की है। अभियुक्तों ने बताया कि वे चोरी के माल को कुछ स्थानीय व्यक्तियों को बेचते थे। पुलिस ने इन व्यक्तियों के नाम भी सामने लाए हैं और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
अभियुक्त अलग-अलग समूह बना कर शहर की कॉलोनियों और निर्माणाधीन मकानों के पास घूमते थे। वे दिन के समय रैकी करते थे ताकि यह पता चल सके कि वहां वायरिंग का काम शुरू हुआ है या नहीं। इसके बाद, वे रात के समय पिकअप, अल्टो या मोटरसाइकिल से उन स्थानों पर पहुंचते और वायरिंग के बंडल चोरी कर लेते। अब पुलिस इन अभियुक्तों के अन्य संभावित साथियों की तलाश कर रही है और चोरी की घटनाओं में इनके संलिप्तता की जांच कर रही है।
पूछताछ के दौरान स्वीकार की गई वारदातें
01. खेलगांव के अन्दर साल 2023 सर्दी के समय वायर के बण्डल ।
02. खेलगांव के पीछे साल 2023 सर्दी के समय वायर के बण्डल |
03. बड़ी गांव के आसपास होली के समय साल 2024।
04. थुर में करीब डेढ साल पहले ।
05. फेनियों का गुड़ा में करीब साल भर पहले ।
06. टाईगर हील्स में करीब डेढ साल पहले ।
07. तुलसी नगर प्रतापनगर ।
08. गढमगरी।
09. बोरो का गुडा ।
10. भैरवगढ के पास ।
11. वैष्णोदेवी माताजी के पास होटल से
12. चन्द्रा कोलोनी के पास करीब सालभर पहले ।
13. चित्रकुटनगर ए ब्लॉक में करीब चार माह पहले ।
14. घाटा वाली माताजी के सामने ।
15. कानपुर में करीब तीन माह पहले |
16. पुलक विहार ।
17. रामनगर के पिछे करीब डेढ साल पहले ।
18. लखावली में करीब साल भर पहले ।
19. नेलागांव के पास ।
20. बलिचां ।
21. खेलगांव के पिछे दो बार ।
22. शोभगपुरा पेट्रोल पम्प के पिछे ।
23. मीरानगर।
24. न्युआरटीओ के पिछे ।
25. गांधी नगर, सुखेर ।
26. नाकोड़ा विहार, सुखेर ।
27. ऐश्वरार्य कोलोज के पिछे ।
28. अन्नता हास्पीटल के आगे से |
29. पावर हाउस से खेमली रोड पर ।
30. सविना मंडी के आसपास से
31. पुराना महिला थाने से सामने से।
32. राजकमल होटल के पिछे से ।
33. लाल बाग के पास नाथद्वारा ।
34. यमुनानगर के पास नाथद्वारा ।
35. सुखड़िया नगर नाथद्वारा ।
36. न्यु बस स्टेण्ड के पास नाथद्वारा ।
37. मावली साल 2024 में दो घटना ।
38. घाटा वाली माताजी के सामने |
39. बड़गांव में होली के बाद ।
40. रामपुरा ।
41. डाकन कोटड़ा में चोरी |
अभियुक्तो से पूछताछ में और भी घटनाओं के खुलासा होने की तथा राज्य के बाहर गुजरात आदि राज्यों में चोरी किया जाना सामने आया है।