ज्वलेरी की दुकान में हुई लूट, हत्या के मामले में एक और आरोपी पुलिस हिरासत में
हरयाणा से पकड़ा गया आरोपी
पुलिस कर रही है पूछताछ
उदयपुर- शहर में 21 मार्च को हुई सराफा व्यवसायी जेनम ज्वेलर्स के मालिक अनिल जैन ( पचौरी) से साथ लूट और हत्या के मामले में पुलिस ने एक और आरोपी को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया।
उदयपुर एसपी योगेश गोयल ने बताया की पुलिस की विभिन्न टीमें घटना में लिप्त तीन में से दो फरार चल रहे आरोपियों की तलाश केर रही थी , तो वहीं इनमे से एक आरोपी विकास चौधरी को पुलिस ने घटना वाले दिन ही गिरफ्तार कर लिया था।
गोयल ने बताया की पुलिस टीम ने दूसरे आरोपी संदीप चौधरी को हरयाणा से पकड़ा और शुक्रवार को उसे उदयपुर ले कर पहुंची। फिलहाल उसे भोपालपुरा थाने में हिरासत में रखा गया है।
गौरतलब है की पुलिस ने शहर में हुई लूट और हत्या के मामले में अब तक तीन में से दो आरोपियों को अब तक गिरफ्तार कर लिया है लेकिन एक आरोपी आशीष अब भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है।
बता दें की घटना 21 मार्च को दोपहर करीब 2 बजे हुई जब शहर के अशोक नगर मैन रोड पर स्थित जेनम ज्वेलर्स के मालिक अनिल जैन अपनी दुकान में बैठे थे तभी तीनो आरोपी विकास जो की एक CISF का जवान हैं सहित आशीष और संदीप उसकी दूकान में घुसे और दूकान में रखे लाखों रुपयों के सोने और चांदी के जेवर दूकान से लूट लिए , जब दूकान मालिक अनिल ने उन्हें ऐसा करने के रोका तो उन्होंने उसके साथ मारपीट की और उसका मुँह दबा दिया जिससे वह बेहोंश होकर जमींन पर गिर गए।
लेकिन आरोपी रुके नहीं वह लुटे हुए लाखों के जेवर लेकर दूकान से फरार हो गए। घटना के ठीक बाद वह तीनो छिप्पा कॉलोनी आयड़ में घुस गए जहाँ उन्होंने एक युवक जिसकी पहचान साजिद के रूप में हुई उस से उसकी स्कूटी (हौंडा एक्टिवा ) चीनने की कोशिश की और उसके विरोध करने पर उसपर पिस्टल से फायर भी किये।
वहां से तीन में से दो आरोपी तो जैसे तैसे फरार होने में सफल हो गए लेकिन एक आरोपी विकास लोगों के द्वारा पकड़ा गया जिसको पुलिस के अहवाले कर दिया गया। उधर अनिल जैन को हॉस्पिटल ले जाया गया जहाँ डॉक्टर्स के उन्हें मर्त घोषित कर दिया।
फिलहाल पुलिस हरयाणा से पकड़ कर लाए गए आरोपी संदीप से घटना को लेकर पूछ टाच कर रही है। तो वहीं तीसरे आरोपी आशीष की तलाश अभी भी जारी है।
बता दें की पूर्व में गिरफ्तार हुआ आरोपी विकास CISF का जवान है और मुंबई में तैनात था। वह कुछ साल पहले आरोपी संदीप से मिला जिसके बाद उसे ऑनलाइन गेमिंग की लत लग गई। ऑनलाइन गेमिंग के चक्कर में संदीप ,विकास और उनके साथी आशीष पर लाखों रुपयों का कर्जा हो गया जिसको चुकाने के उन्होंने उदयपुर में लूट करने की प्लैनिंग की और घटना को अंजाम दिया।