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हनी ट्रैप में फंसा कर मारपीट के बाद व्यक्ति की मौत, 5 आरोपी गिरफ्तार

आरोपियों ने ही मारपीट के बाद भिंडर अस्पताल में करवाया था भर्ती
 

उदयपुर 10 फ़रवरी 2024 । ज़िले की भिंडर थाना पुलिस ने राजपुरा निवासी मदन मोहन पाटीदार उर्फ़ टोनी की गंभीर रूप से मारपीट के बाद इलाज के दौरान हुई मौत के मामले में बड़ा खुलासा करते हुए एक महिला सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

एसपी उदयपुर भुवन भूषण यादव ने शनिवार को एक प्रेस वार्ता का आयोजन करते हुए मामले का खुलासा किया और मामले में कई अजीब खुलासों का जिक्र करते हुए बताया कि मदन मोहन पाटीदार उर्फ़ टोनी जिसको भिंडर हॉस्पिटल में दो युवकों द्वारा संदिग्ध अवस्था में लाया गया था और अस्पताल में ही छोड़कर दोनों व्यक्ति चले गए थे, उसके साथ दरअसल गंभीर मारपीट हुई थी और उन गंभीर चोटों के इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई थी पुलिस ने इस घटना को हत्या मानते हुए मामले की जांच शुरू की थी और मामले की जांच के दौरान पुलिस के सामने कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए थे।

यादव ने बताया कि दरअसल पुलिस द्वारा इस घटना की जांच के दौरान या मामला सामने आया कि दरअसल यह एक हनी ट्रैप गैंग द्वारा की गई मारपीट है।कुछ समय पहले मृतक बहुत पाटीदार व्हाट्सएप पर आरोपी महिला के संपर्क में आया था कुछ समय व्हाट्सएप पर चैट करने के बाद महिला ने उसे होटल में मिलने के लिए बुलाया जहां पर दोनों के बीच में संबंध भी कायम हुए। 

जिसके बाद पैसे की लेनदेन की बात हुई लेकिन वहां बात हो पाती उससे पहले ही वहां महिला के अन्य साथी आ गए और उन्होंने मोहन पाटीदार को महिला को अपनी भाभी बताकर उसके साथ गलत काम करने की बात कहकर डराया और पुलिस में रिपोर्ट करने की धमकी भी दी जिस पर उसने पैसे की लेनदेन कर मामले को रफा दफा करने की बात कही। उन लोगो ने मृतक के साथ मारपीट करना शुरू कर दिया जिसमें उसे गंभीर चोटे आए आखिर में दोनों पक्षों के बीच में 6 लख रुपए लेकर मामले को रफा दफा करने की बात तय हुई लेकिन इस दौरान मृतक इतना गंभीर घायल हो गया कि उसे खुद आरोपियों द्वारा ही भिंडर अस्पताल पहुंचाया गया।

एसपी भवन भूषण यादव ने बताया कि भिंडर हॉस्पिटल लाने से पहले आरोपियों द्वारा उसे किसी अन्य अस्पताल में भी ले जाया गया था लेकिन जब वहां इलाज नहीं हो पाया तो आरोपी भिंडर हॉस्पिटल लेकर पहुंचे जहां पर हालत गंभीर देख देखते हुए दोनों आरोपी उसे अस्पताल के बेड पर ही छोड़कर फरार हो गए।

एसपी ने बताया कि सभी आरोपियों को मध्य प्रदेश से उदयपुर पुलिस गिरफ्तार करके लाई है जिसमें एक महिला भी शामिल है जिसने मृतक से व्हाट्सएप पर चैट की थी और होटल में मुलाकात भी की थी। यादव ने बताया कि इस  गैंग का सरगना राजू उर्फ राजपाल गुर्जर निवासी डूंगला चित्तौड़गढ़ है।

ये था मामला 

दरअसल मृतक मदन मोहन पाटीदार के पिता कैलाश चंद्र पाटीदार ने 2 फरवरी 2024 को मोर्चरी पर पुलिस को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि एक दिन पूर्व 1 फरवरी 2024 को उनका बेटा मृतक मदन मोहन पाटीदार अपने घर से सुबह करीब 9:00 बजे रेलवे स्टेशन स्थित अपनी दुकान पर जाने का कह कर निकाला था। लेकिन जब शाम को फोन कर संपर्क किया गया तो उसने फोन का जवाब नहीं दिया। अगले दिन सुबह 2 फरवरी 2024 के दिन मृतक मदन मोहन की पत्नी के रश्मि के फोन पर मदन का फोन आया जिस पर फोन करने वाले ने मदन मोहन के भिंडर हॉस्पिटल में भर्ती होने की बात कह कर फोन काट दिया। 

मृतक के पिता ने पुलिस को अपनी रिपोर्ट में यह भी बताया कि वह जब अपने छोटे बेटे के साथ अस्पताल पहुंचा तो वहां मदन मोहन की लाश पड़ी हुई थी जिसको लेकर उनको शक था कि उसकी हत्या कर हत्यारे ने उसकी शॉप को अस्पताल में डाल दिया है।

इसको लेकर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू की और इस मामले में एक महिला सहित कुल पांच आरोपियों जिनकी पहचान 01. राजू उर्फ राजमल पुत्र बालू गुर्जर उम्र 31 साल पैशा खेती निवासी किशन करेरी डूंगला चित्तोडगढ, 02. पुष्पेन्द्र सिंह उर्फ पप्पी पुत्र निर्भय सिंह सिसोदिया उम्र 31 साल निवासी अरथला पुलिस, डूंगला चित्तोडगढ, 03. रतन सिंह उर्फ रतन पुत्र किशनसिंह देवडा उम्र 28 साल निवासी देवीपुरा डूंगला जिला चित्तोडगढ, 04.अनीश पुत्र मोहम्मद हफीज उम्र 24 साल निवासी कन्नौज पुलिस भदेसर चित्तोडगढ, 05. अंजु उर्फ हीना पत्नि शिवसिंह भिलाला रावल उम्र 30 साल निवासी देवनारायण कॉलोनी जीरापुर जिला राजगढ मध्यप्रदेश के रूप में हुई है। इन आरोपियों के दो अन्य साथी अभी भी फरार है जिनकी तलाश पुलिस द्वारा की जा रही है।

तरीका ए वारदात :

मृतक मदन मोहन उर्फ टोनी जो कानोड रेल्वे स्टेशन पर पाटीदार एजेन्सी के नाम से किराणे की दुकान का संचालन करता है। साथ ही शराब के ठेको में साझेदार है एवं आर्थिक रूप से सक्षम है। इस गिरोह के मुख्य सरगना राजू गुर्जर द्वारा अपने साथियो से मिलकर मदन को हनीट्रैप मे फंसाने की योजना बनायी। राजू गुर्जर द्वारा अपने साथी पुष्पेन्द्र सिंह, रतन सिंह, अनीश, साजिद के साथ मिलकर मध्यप्रदेश जीरापुर निवासी अंजु उर्फ हीना भिलाला को पैसो का लालच देकर विशेष टास्क दिया जाकर एक महीने के अंदर मदनमोहन पाटीदार से पैसे ऐठने के लिए मोबाईल एंव सिम उपलब्ध करवायी जाकर अंजु भिलाला को घटना से तकरीबन 15 दिन पूर्व ही चित्तोडगढ एक होटल मे रुकवाकर मदन मोहन उर्फ टोनी से सम्पर्क करवाया गया। 

1 फरवरी 2024 को अंजु भिलाला द्वारा मदन मोहन को मध्यप्रदेश से आबरी गाता चित्तोडगढ़ दर्शन करने आने व मिलने का ऑफर दिया जिस पर एंव मदन मोहन अपने घर से मोटरसाईकिल आर. जे. 27 ए. एन. 0763 लेकर सालेडा होते हुवे होटल राजदीप पैलेस अंजु भिलाला को साथ चलकर पहुचा तथा होटल से पुनः अंजु भिलाला को छोडने के लिए मोटरसाईकिल लेकर रवाना हुआ तथा अंजु भिलाला को चौराये पर छोडा तथा अंजु बिलाला को पूर्व योजना के अनुसार साजिद द्वारा अपने दोस्तों के साथ मदन मोहन को जाते हुए रूकवाया और अंजु को अपनी भाभी बतायी जाकर उसके साथ गलत काम करने के केस में फंसाने की धमकी दी तथा मदनमोहन द्वारा आनाकानी करने पर साजिद व साथियो द्वारा मदनमोहन उर्फ टोनी के साथ मारपीट की गयी एंव पूर्व योजना अनुसार साजिद द्वारा दोस्त राजू गुर्जर, पुष्पेन्द्र सिंह, रतनसिंह को बुलाया तथा राजू गुर्जर ने 6 लाख रूपये मदनमोहन उर्फ टोनी से लेकर देने की हामी भरी तथा मदनमोहन उर्फ टोनी को ईलाज हेतु महात्मा हॉस्पिटल डूंगला लेकर गये तथा ईलाज करवाया एंव 6 लाख रूपये की व्यवस्था होने तक अपने प्रभाव एंव कब्जे में रखा गया। 

दिनांक .2 फरवरी को सुबह मदन मोहन की छाती में दर्द होने से रास्ते मे मदन मोहन द्वारा बोलना बंद करने से ईलाज करवाने के लिए भीण्डर आरोग्यम हॉस्पिटल गये तथा वहाँ से सीएचसी भीण्डर लेकर गये तथा मदन मोहन की मौत होने से लाश को सीएचसी भीण्डर छोडकर राजू गुर्जर उसके साथियो के साथ मौके से फरार हो गया।