बिजनेस मेन परिवार को बेहोश कर डकैती की घटना का पर्दाफाश
मुख्य आरोपी 7 करोड़ की डकैती का वांछित ,5 लाख का इनामी बदमाश
उदयपुर 20 जुलाई 2024। शहर के सुखेर थाना क्षेत्र के न्यू मॉडर्न कॉम्प्लेक्स में 9 जुलाई 2024 को एक बिजनेसमैन परिवार के साथ हुई लूट के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
दरअसल सुखेर क्षेत्र के मॉर्डन कांप्लेक्स में एक नौकरानी ने परिवार को बेहोश कर घर में रखे लाखों की ज्वेलरी और नकदी लेकर फरार हो गई थी और परिवार के लोग भी बेहोशी हालत में मिले। जिन्हें अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था।
उसके बाद पुलिस की अलग-अलग टीमें मामले की जांच में जुटी तो सामने है कि नौकरानी जो कि नेपाल की रहने वाली थी उसने अपने अन्य साथियों के साथ इस बड़ी वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस की अलग-अलग टीमें नेपाल सहित अन्य राज्यों में आरोपियों की तलाश कर रही थी और अब पुलिस ने इस मामले में कुख्यात बदमाशों को गिरफ्तार किया है।
एसपी योगेश गोयल ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस ने इस मामले में वीर बहादुर उर्फ बल बहादुर धामी निवासी नेपाल, हीरा सिंह निवासी नेपाल और अफजल पठान निवासी दिल्ली को गिरफ्तार किया है। पुलिस की टीमें दिल्ली, मुंबई, नेपाल, गुरुग्राम में पहुंची और पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
घटना का शातिर आरोपी वीर बहादुर मेरठ में की गई 7 करोड़ की डकैती का मुख्य वांछित है। पुलिस ने आरोपी वीर बहादुर के कब्जे से बेहोशी की दवाई भी बरामद की है। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी बदमाशो द्वारा घर में घरेलू नौकर की जरूरत वाले घरों में नेपाल से बुलाकर कोई लडकी को नौकर के रूप में रख देते। कुछ दिनों तक काम करने के बाद अगर घर में नकद, सोना चांदी के जेवरात रखने की जगह देख लेते और किसी दिन घरवालों को खाने बेहोशी की दवा मिलाकर दे देते जिस पर घर वाले बेहोश हो जाते और आरोपी वारदात कर फरार हो जाते और नेपाल जाकर छिप जाते। कुछ दिनों बाद वापस भारत आकर अन्य घर को निशाना बनाकर चोरी करते। किसी मकान पर अधिक धनराशि या जेवर होने की सम्भावना नहीं होने पर उस घर को किसी बहाने से छोड देते और अन्य शिकार की तलाश में निकल जाते।
आरोपियों द्वारा मेरठ में 7 करोड़ की डकैती की। उसके अलावा दिल्ली, गुरूग्राम, मुम्बई के जुहू क्षेत्र में वारदातें करना स्वीकार किया है।
इस दौरान टीम में पुलिस निरीक्षक हिमाशुसिंह राजावत, उप निरीक्षक धनपत सिंह, कर्मवीर सिंह, रेणु खोईवाल, सरदार सिंह, सुनील बिशनोई, जगदीश मेनारिया, मनमोहन, अचलाराम, भंवरलाल, धनराज, भारतसिंह, उमेश और श्रवण बिशनोई की महत्वपूर्व भूमिका रही।