पेपर लीक मामले के पकडे गए पटवारी और राजीव उपाध्याय को भेजा जेल
पेपर लीक का मुख्य सरगना भूपेन्द्र सारण अभी भी रिमांड पर
उदयपुर 3 मार्च 2023। सीनियर टीचर भर्ती पेपर लीक मामले में पकड़े गए राजीव उपाध्याय और पटवारी गमाराम विश्नोई को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से दोनों को 17 मार्च तक जेल भेज दिया है। पेपर लीक का मुख्य सरगना भूपेन्द्र सारण फिलहाल 10 दिन की रिमांड पर चल रहा है।
भूपेन्द्र से कड़ी पूछताछ के बाद ही पुलिस ने उसके सहयोगी राजीव उपाध्याय और जालोर में तैनात रहे पटवारी गमाराम विश्नोई को गिरफ्तार किया था। फिलहाल पुलिस भूपेन्द्र सारण से पेपर लीक से जुड़े और राज खुलवाने के प्रयास में जुटी है।
40 लाख में भूपेन्द्र को पेपर बेचने वाले शेरसिंह की तलाश जारी
उदयपुर पुलिस को अब मुख्य सरगना सरकारी टीचर अनिल उर्फ शेरसिंह मीणा की तलाश है। इसके लिए पुलिस की टीमें दिन रात जयपुर, जालोर, बाडमेर में दबिश देकर जांच में जुटी है।
रिमांड पर चल रहे भूपेन्द्र सारण ने ही पूछताछ में बताया था कि सरकारी टीचर शेरसिंह मीणा ने उससे 40 लाख रुपए में पेपर लिया था। इसके बाद 5-5 लाख रुपए में अन्य अभ्यर्थियोंं को यह पेपर बेचा गया। बता दें, राजस्थान एटीएस—एसओजी ने 23 फरवरी को बड़ी कार्रवाई करते हुए भूपेन्द्र सारण को बेंगलुरू एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया थाा। भूपेन्द्र पर एक लाख का इनाम घोषित है।
उदयपुर पुलिस ने गोगुंदा हाईवे पर 24 दिसंबर 2022 की सुबह एक बस में अभ्यर्थियों को नकल करते पकड़ा था। इसमें आरोपी सरकारी स्कूल का हैड मास्टर सुरेश विश्नोई और भजनलाल विश्नोई पेपर सॉल्व करवा रहे थे। सुरेश विश्नोई ने पुलिस पूछताछ में बताया था कि उसे भूपेन्द्र सारण ने ही वॉट्सऐप पर पेपर भेजा था। इसके बाद पुलिस ने इसके घर सहित अन्य ठिकानों पर दबिश देते हुए तलाश शुरू कर दी थी।