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वनरक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक करने वाले गिरोह का पर्दाफाश 

विद्युत कर्मचारी समेत 9 लोग डिटेन 

 

राजसमन्द पुलिस ने वनरक्षक भर्ती परीक्षा 2022 के परीक्षा से पूर्व पेपर लीक कर अभ्यर्थीयो को भेजने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर, विद्युत कर्मचारी सहित कुल 9 व्यक्ति डिटेन किये गए।

थानाधिकारी रेलमगरा भरत योगी ने बताया कि एसओजी जयपुर की सुचना पर थाना रेलमगरा पुलिस ने वनरक्षक भर्ती परीक्षा के दूसरी पारी के प्रश्न पत्रो के हल को परीक्षा समय से पूर्व मोबाईल वाटसअप पर प्राप्त कर अन्य अभ्यर्थीयो को भेजे जाने की सुचना पर थाना रेलमगरा टीम द्वारा पेपर लीक करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर मुख्य अभियुक्त सहित 9 लोगो को डिटेन किया जाकर पूछताछ की जा रही है।

पुलिस ने एवीवीएनएल दरीबा के कार्यालय एवं 132 केवी जीएसएस आवासीय परिसर मे पहुँच कर मालुमात करने पर दीपक कुमार शर्मा उम्र 30 साल निवासी जाखौदा थाना सपोटरा जिला करोली हाल तकनीकी सहायक एवीवीएनएल 132 केवी जीएसएस कॉलोनी दरीबा को डिटेन कर उसके मोबाईल की वाटसअप चैटिंक कों चेक किया तो वाटसअप चैट मे वनरक्षक भर्ती परीक्षा 2020 से संबंधित प्रश्न पत्र व दिनांक 12-11-2022 को आयोजित दूसरी पारी के प्रश्न पत्र के उत्तर के विकल्प एवं अन्य संदिग्ध डाटा पाये गये। 

इस बारे में दीपक कुमार शर्मा से पूछा गया तो बताया कि उसने यह वाटसअप चैट पवन सैनी निवासी गंगापुर सिटी सवाईमाधोपुर वाटसअप पर वॉईस कॉल पर दिनांक 12.11.2022 को आयोजित हुई वनरक्षक परीक्षा के दूसरी पारी के प्रश्न पत्र के उतर 5 लाख रूपये में परीक्षा के समय से पूर्व करीब 1 घंटे पहले उपलब्ध कराने की बात तय हुई थी।

उसने बताया कि हल किया हुआ परीक्षा प्रश्न पत्र उसके परिचित जितेन्द्र कुमार सैनी निवासी जाखौदा एवं हेतराम निवासी अजयपुरा थाना लालसौट जिला दौसा को परीक्षा समय से पूर्व उसके अपने वाटसअप नम्बर से उनके द्वारा बताये गये वाटसअप नम्बर पर 6-6 लाख रुपये मे हल उत्तर के विकल्प भेजे है तथा दूसरी  पारी के मूल प्रश्न पत्र के उतर के विकल्पो का मिलान किया गया तो कुल 62 विकल्प परीक्षा से पूर्व दीपक शर्मा के मोबाईल मे वाटसअप पर आना ज्ञात आया।

इस प्रकार दीपक शर्मा व पवन सैनी, जितेन्द्र सैनी, हेतराम मीणा, व अन्य अभियुक्तो द्वारा संगठित गिरोह से मिलकर सुनियोजित तरीके से अवैध रूप से भारी राशि प्राप्त करने एवं विधि विरुद्ध तरीके से परीक्षा से पूर्व प्रश्न पत्रो को एंव उनके उतरो के विकल्पो को प्राप्त कर षंडयन्त्रपूर्वक चुराकर गोपनीय परीक्षा प्रणाली में सेंध लगाकर उक्त प्रश्न पत्र एवं उनके उतरो के विकल्पो को अनुचित तरीके से परीक्षा से पूर्व निकाल उनको अन्य लोगो को आगे भेजा जाकर वन
रक्षक भर्ती परीक्षा 2020 के अभ्यर्थीयो को पेपर पास कराने एवं पेपर हल कराने का षंडयन्त्र कर परीक्षार्थीयो को लाभान्वित करने का प्रयास किया गया। 

इन अभियुक्त के इस काम से राजस्थान वन रक्षक भर्ती परीक्षा के परीक्षार्थीयो को जो परीक्षार्थी परीक्षा प्रणाली में विश्वास रखते है स्वयं के परिश्रम में सफल होना चाहते है उन अभ्यर्थीयो के साथ में धोखाधडी हुई है। अभियुक्तगणो का यह काम आईपीसी कि धारा 420, 120बी  और धारा 3, 6, 10 राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा (भर्ती में अनुसुचित साधनो की रोकथाम के उपाय अधिनियम 2022) का अपराध पाया जाने से मौके पर मौजूद अभियुक्त दीपक कुमार शर्मा कों गिरफतार किया गया।

अन्य संदिग्ध सदस्यो की धरपक्कड के लिए सुधीर चौधरी जिला पुलिस अधीक्षक राजसमन्द ने थाना रेलमगरा से विशेष टीम रवाना कर जयपुर डीसीपी इस्ट राजीव पचार, डीसीपी साउथ योगेश गोयल, पुलिस अधीक्षक दौसा संजीव नैण, पुलिस अधीक्षक भिवाड़ी शान्तनु कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक करौली  नारायण टोगस के सहयोग से रामनगरिया थानाधिकारी राजेश शर्मा एवं जवाहर सर्कल थानाधिकारी सुरेन्द्र सैनी दौसा कोतवाली थानाधिकारी लाखनसिह यादव, सवाईमाधोपुर बोली थानाधिकारी कुसुम मीणा एवं करोली कोतवाली थानाधिकारी उदयभान के सहयोग से वन रक्षक परीक्षा 2020 के पेपर लीक गिरोह के संदिग्ध सदस्यो को डिटेन किया गया जिनसे प्रकरण मे पूछताछ जारी है।