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मासूम बालिका की हत्या के आरोपी के माता-पिता भी गिरफ्तार

शव को ठिकाने लगाने में की थी बेटे की मदद 

 

उदयपुर 4 अप्रैल 2023 ।  ज़िले के मावली ब्लॉक में 9 वर्ष की बालिका की हत्या कर उसके शव के 10 टुकड़े करके निर्मम हत्या करने के मामले में पुलिस ने सोमवार को 20 वर्षीय आरोपी कमलेश राजपूत के माता पिता को उसके अपराध को जानते हुए भी उस पर पर्दा डालने की कोशिश करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस आरोपी के माता-पिता किशन कुंवर और राम सिंह राजपूत से पूछताछ कर रही है, उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा इसके बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी। 

जानकारी के अनुसार घटना वाले दिन आरोपी कमलेश के माता-पिता घर से बाहर गए हुए थे, जब घर लोटे तब उन्हें उनके बेटे द्वारा किये गए कारनामे के बारे में पता चला, इस पर उसकी माता- पिता ने ही मृतक बालिका के शव को ठिकाने लगाने के लिए कहा था। 

माता-पिता के कहने के अनुसार ही कमलेश ने शव के टुकड़े किये और खाली पड़े मकान में रख दिया जो 4 दिनों तक वहीँ रखा रहा। बदबू आने पर क्षेत्रवासियों को हत्या के बारे में पता चला। जांच में सामने आया कि आरोपी को ऑनलाइन गेम खेलने की लत है। दिनभर गेम खेलता था। यहाँ तक की पुलिस पकड़ने गई तब भी मोबाइल पर गेम खेल रहा था।

पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया है कि उसने 9वीं कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी। घर में खेती-बाड़ी के काम के अलावा कुछ नहीं करता था। जिस समय वह बच्ची को उठाकर अपने घर में ले गया, उसे बंधक बना रखा, उस दौरान वह मोबाइल पर फ्री फायर खेल रहा था। बच्ची की हत्या के बाद भी गेम खेलता हुआ ही पकड़ा गया।

दरअसल, घटना उदयपुर के मावली की है। आरोपी कमलेश ने बच्ची को अपने घर में बंधक बनाकर रेप किया। फिर उसके धारदार हथियार से 10 टुकड़े किए। शनिवार देर शाम घर के आसपास तलाश की गई तो 200 मीटर दूर खंडहर में उसका शव मिला।


आरोपी कमलेश कुछ दिन मुंबई में भी काम कर चुका है वह अपने माता - पिता का इकलौता बेटा है आरोपी

कमलेश अपने माता-पिता की इकलौती संतान है। मृतक बच्ची के घर के सामने ही उसका दो कमरों का घर है। इसके एक कमरे में वह रहता है। उसी कमरे में उसने वारदात की।

बच्ची की तलाश का नाटक करता रहा

29 मार्च को दिन में बच्ची अपने खेत पर जा रही थी, तभी आरोपी कमलेश ने उसे किडनैप कर लिया। देर शाम बच्ची के नहीं मिलने पर परिजनों ने मावली थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दी। इसके बाद यह आरोपी पुलिस व ग्रामीण के साथ बच्ची को तलाशने का नाटक करता रहा। ताकि किसी को उस पर शक न हो।

भैया कहकर बुलाती थी बच्ची

बच्ची गांव में अन्य लड़कों की तरह आरोपी कमलेश को भी भैया कहकर बुलाती थी। उसे अच्छे से जानती-पहचानती थी। इसी का फायदा उठाकर कमलेश ने टॉफी के बहाने से बच्ची को किडनैप किया। बच्ची भी भरोसा कर आरोपी के घर चली गई। वहां आरोपी ने बंधक बनाकर उसका रेप किया। लोगों को इसका पता नहीं चले इसलिए आरोपी ने बच्ची की हत्या कर दी। ग्रामीणों का कहना है कि आरोपी करीब दो साल पहले चचेरे भाई के साथ मुंबई में मीनाकारी का काम करने गया था। फिर छह माह के बाद लौट आया।

हत्या के विरोध में रविवार को लोगों ने धरना दिया। उन्होंने हत्यारे को जल्द से जल्द सजा देने की मांग की।

घर में मिले खून के धब्बे

घटना के बाद पुलिस गांव के लोगों से पूछताछ कर रही थी, उसमें उन्हें पता चला कि बच्ची के घर के सामने एक लड़का रहता है। 2 अप्रैल को पुलिस टीम कमलेश के घर पहुंची। पुलिस ने घर की तलाशी ली तो कई जगह खून के धब्बे मिले। इस पर पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो कमलेश ने वारदात कबूल ली। कमलेश फिलहाल कोई काम नहीं करता है। 

वह पूरे दिन घर पर मोबाइल पर वीडियो देखता या गेम खेलते रहता है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि कहीं गेम के किसी टास्क का इस वारदात से कोई लिंक तो नहीं है।

एसपी विकास शर्मा ने बताया कि आरोपी युवक ने दुष्कर्म के बाद गला घोंटकर बच्ची की हत्या कबूल की है। दुष्कर्म की पुष्टि आरोपी से पूछताछ और प्रारंभिक मेडिकल जांच में हो गई है। अब पुलिस जल्द सजा दिलाने के लिए 10 दिन के भीतर तथ्य जुटाकर कोर्ट में चालान पेश करेगी।