पैसों की मांग कर झाड़ोल पुलिस द्वारा युवक से मारपीट का आरोप
उदयपुर जिले की झाड़ोल थाना पुलिस एक बात फिर आरोपों के घेरे में आ गई हैं। इसी सिलसिले में एक और नया मामला सामने आया है जिसमे जोलागड़ झाड़ोल निवासी पीड़ित हेमराज गायरी का आरोप हैं की उसके खिलाफ कोर्ट से आए वारंट की तामिल को लेकर पुलिस ने 20000 रुपए की मांग की। पीड़ित द्वारा 10 हज़ार रुपए की व्यवस्था कर पुलिस को दे भी दिए, परंतु 10 हज़ार रुपए की और मांग करते हुए पीड़ित युवक से मारपीट की।
जानकारी के अनुसार झाड़ोल थाना क्षेत्र के जोलागढ़ (गोराणा) निवासी हेमराज गायरी पिता भूरा गायरी के नाम पर शुक्रवार को धारा 138 के तहत उदयपुर कोर्ट से वारंट आया।
पीड़ित का कहना हैं की बीट कांस्टेबल द्वारा युवक को फोन कर पुलिस थाने बुलाया गया। इधर झाड़ोल थाने के दो कांस्टेबल युवक के घर पहुंचे और 20 हज़ार रुपए की मांग की,युवक ने 10 हजार रुपए की व्यवस्था कर उन्हे दे दिए और फिर थाने पर आ गया। थाने में पुलिस द्वारा 10 हज़ार रूपए की और मांग की और बोला की पैसों की व्यवस्था नहीं हो तो मार खा ले और युवक के साथ मारपीट की।
पीड़ित ने इस मामले कों लेकर डिप्टी एसपी झाड़ोल बलबीर सिंह मीणा कों पत्र लिख शिकायत की हैं और पत्र में आरोप लगाया हैं की इस दौरान युवक के कूल्हे और घुटनों पर चोट आई। हेमराज ने डिप्टी एसपी बलबीर सिंह मीणा से न्याय की गुहार लगाई।
इस मामले पर डिप्टी एसपी बलबीर सिंह का कहना हैं की पीड़ित व्यक्ति कों शिकायत कों गंभीरता से लिया ज़ा रहा हैं, थाने के स्टाफ से बात कर उनके स्टेटमेन्ट लिए गए हैं और जल्द आगे की कार्यवाही की जाएगी।
ये था मामला
पीड़ित हेमराज ने बताया कि उसके पास एक बुलेट मोटरसाइकिल हुआ करती थी, कुछ समय पहले मावली के रहने वाले उन्हीं के समाज के एक व्यक्ति ने कुछ दिन के लिए उनसे मोटरसाइकिल मांगी थी जिस पर उन्होंने अपनी मोटरसाइकिल उस व्यक्ति को चलाने के लिए दे दी, लेकिन उस व्यक्ति ने लौट आने की बजाय उसे खरीदने का ऑफर दे दिया जिस पर 1 लाख रूपए में मोटरसाइकिल का सौदा तय हुआ जिस पर खरीदने वाले व्यक्ति ने उसे 1 लाख रूपए की राशि दे दी थी।
लेकिन कुछ समय मोटरसाइकिल अपने पास रखने के बाद उसने हेमराज को मोटरसाइकिल पसंद नहीं आने की बात कहकर उसके पैसे वापस लौटाने के लिए कहा। 30 हजार रूपए नकद राशि दे दी गई और बाकी के पैसे भी जल्दी लौटाने की बात कही गई। उसके बाद हेमराज ने उसे एक चेक दिया था और इस चेक को बैंक में कुछ समय बाद डालने की बात कही थी। लेकिन इस बीच हेमराज बाड़मेर किसी काम से चला गया और इसी बीच मोटरसाइकिल लेने वाले व्यक्ति ने चेक बैंक में प्रजेंट कर दिया और वह बाउंस हो गया। इसके बाद उस व्यक्ति ने हेमराज के खिलाफ चेक बाउंस का केस दर्ज कराया और उसके खिलाफ वारंट जारी हो गया।