पुलिस ने परशुरामजी की मूर्ति तोड़े जाने की फेक न्यूज का किया खंडन
अभय कमांड एंड कंट्रोल सेंटर उदयपुर की टीम ने सच्चाई पता की
उदयपुर 22 फ़रवरी 2025। ज़िला पुलिस ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रही उस खबर का खंडन किया है, जिसमें गोगुंदा में भगवान परशुरामजी की मूर्ति को असामाजिक तत्वों द्वारा तोड़े जाने का दावा किया गया था। अभय कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की 24x7 सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम ने 22 फरवरी 2025 को ट्विटर (X) पर एक यूजर द्वारा पोस्ट की गई इस फर्जी सूचना को चिह्नित किया, जिसमें एक पुरानी खंडित मूर्ति की तस्वीर को हालिया घटना बताकर साझा किया गया था।
सूचना की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) गोपाल स्वरूप मेवाड़ा और वृत्ताधिकारी (गिर्वा) सूर्यवीर सिंह के सुपरविजन में प्रशिक्षु आईपीएस एवं थाना अधिकारी माधव उपाध्याय के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची। जांच में पाया गया कि परशुरामजी की मूर्ति सुरक्षित और सही स्थिति में है। साथ ही, यह पुष्टि हुई कि वायरल की गई तस्वीर दो साल पुरानी है और इस मामले में पहले ही कानूनी कार्रवाई हो चुकी है।
फेक न्यूज फैलाने वाले ट्विटर यूजर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता 2023 की धारा 196(1) (ए) (बी) और 353 (2) के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने स्पष्ट किया कि झूठी खबरें फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उदयपुर पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर कोई भी फर्जी पोस्ट न करें और किसी भी खबर को साझा करने से पहले उसकी सत्यता जांच लें।