अवैध नशा मुक्ति केंद्र पर पुलिस का छापा
लोगो के साथ करते थे बदसुलूकी
उदयपुर 31 अक्टूबर 2023। शहर के मादडी इलाके में अवैध रूप से चल रहे नशा मुक्ति केंद्र पर पुलिस ने बड़ी कार्यवाही करते 30 नशा पीडितो को मुक्त कराया गया जिसमे एक नाबालिग भी शामिल हे जबकि संस्थान के संचालक को गिरफ्त में लिया गया।
डिप्टी शिप्रा राजावत ने बताया की प्रताप नगर थाने में पिछले दिनों एस सी एस टी एक्ट में मामला दर्ज किया गया था जिसका अनुसन्धान करने वो नशा मुक्ति केंद्र पहुची जब वो केंद्र के अंदर गई तो अंदर का हुलिया देख कर चौंक गई क्योंकि यह नशा मुक्ति केंद्र बिना परमिशन और नियमो के विरुद्ध चल रहा था जब इसकी जांच हुई तो यह कई खामिया नजर आई इस पर उन्होंने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग को भी इसकी सुचना दी गई।
दोनों ही विभागों ने मिलकर इस नशा मुक्ति केंद्र पर कार्यवाही करते हुए यहाँ से 30 नशा पीडितो को मुक्त कराया जबकि संचालक को पूछताछ के लिए थाने ले जाया गया। वही केंद्र में मारपीट के शिकार हुए युवक ने बताया की वो शराब सेवन का आदि था इस पर घर वालो ने उसकी शराब छुड़ाने के लिए उसे कुछ माह पूर्व रखवाया गया था लेकिन उसे शराब छुड़ाने की जगह उसके साथ मारपीट की जाने लगी साथ ही खाने के नाम पर भी कम ही खाना खाने के लिए दिया जाता था जब घर वालो से फोन पर बात करने के लिए संचालक को कहते तो वो बात नही कराया करता।
वहीँ शिकायतकर्ता रोशन मेघवाल का कहना है कि उसके किसी परिजन को यह नशा छुड़ाने के लिए रखवाया गया था जिसकी फीस 5 हजार रूपए महाना थी लेकिन जब उसको वहां से छुड़ाने गये तो संचालक ने पैसो की डबल डिमांड रख दी। जैसे तैसे कर परिजनों ने उसे पुरे पैसे दे दिया जब उसे घर लेकर आये तो इस नशा मुक्ति केंद्र की पूरी करतूतों का पता चला।
डिप्टी शिप्रा राजावत ने बताया कि तथाकथित नशा मुक्ति केंद्र बगैर रजिस्ट्रेशन के मनोज जोशी और विष्णु डांगी नामक व्यक्ति द्वारा चलाया है रहा था। और वहां पर रह रहे लोगो के साथ केंद्र के स्टाफ द्वारा मारपीट की जाती थी।
इसको लेकर केंद्र से छूटकर आये गोवर्धन मेघवाल ने 26 अक्टूबर को केंद्र के खिलाफ एसटीएससी का मुकदमा दर्ज करवाया था जिसकी जांच को लेकर प्रतापनगर थाना पुलिस ने केंद्र पर छापा मारा जिसकी जांच के दौरान पाया गया कि बगैर रजिस्ट्रेशन के चलाया जा रहा है। वहां पर मौजूद करीब दो दर्जन से अधिक लोगो समाज कल्याण विभाग की टीम द्वारा दूसरी जगह पर शिफ्ट कर दिया गया है और साथ ही केंद्र के खिलाफ शिकायत दर्ज अनुसन्धान शुरू कर दिया गया है।