नेपाली करिश्मा की तलाश में पुलिस खंगाल रही है CCTV कैमरे
मॉडर्न काम्प्लेक्स में चोरी की घटना को अंजाम देने वाली नेपाली करिश्मा की तलाश
उदयपुर 11 जुलाई 2024 । शहर के मॉडर्न काम्प्लेक्स इलाके में मंगलवार को नेपाली मूल की महिला नौकरानी द्वारा की गई लूट की घटना के बाद पुलिस की कार्यवाही जारी है।
इस मामले में एसपी योगेश गोयल ने बताया की घटना को लेकर पुलिस की विभिन्न टीम बनाकर अलग-अलग क्षेत्रों में आरोपियों की तलाश के लिए भेज दी गई है। जो सभी संभावित इलाकों में आरोपी लड़की करिश्मा और उसके साथियों की तलाश कर रही है। साथ ही कई संदिग्धों से भी इस मामले को लेकर पूछताछ की जा रही है। तो वहीं बड़ी संख्या में शहर में और हाइवे पर लगे सीसी टीवी कैमरों की फुटेज भी पुलिस द्वारा देखे जा रहे है।
वहीं गोयल ने घर से आरोपियों द्वारा लुटे गए सामान ,आभूषण,नकदी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा की इस बारे में भी स्पष्ट जानकारी भी तभी मिल पाएगी जब पीड़ित परिवार हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हो कर घर जाएगा। फिलहाल इतना ही पता लग पाया है की जो अलमीरा और वॉल्ट आरोपियों ने खोले है उनमे परिवार अपना ज्यादा सामान नहीं रखता और एक वॉल्ट तो आरोपी तोड़ ही नहीं पाए। ऐसे में अब पीड़ित ही बता पाएंगे की उनके घर से क्या सामान चोरी हुआ है। फिलहाल मामले की जाँच जारी है।
गौरतलब है की मंगलवार को शहर में नवरत्न काम्प्लेक्स के मॉर्डन काम्प्लेक्स इलाके में रहने वाले व्यापारी संजय गाँधी के घर पर काम करने वाली नौकरानी करिश्मा ने अपने साथियों के साथ मिलकर लूट की वारदात को अंजाम दिया।
आरोपी महिला जो मूलतः नेपाल की रहने वाली बताई जा रही है उसने एक महीने पहले ही गाँधी के घर पर फुल टाइम नौकरी शुरू की थी और वह उनके घर पर ही रहा करती थी। जानकारी के अनुसार सोमवार देर रात उसने संजय गाँधी और उनके परिवार जिसमे उनकी पत्नी शिल्पा, बेटा शौर्य और बेटी नोनिका शामिल है उन्हें चाय में कोई नशीला प्रदार्थ पिलाया और उनके बेहोश होने पर उन्हें रस्सी से बांध कर उनके घर में लूट को अंजाम दिया।
जानकारी के अनुसार आरोपी महिला एक एजेंसी के माध्यम से संजय गाँधी के घर में नौकरानी के रूप में लगी थी। अब सवाल ये उठता है की क्या पुलिस की टीम इस एजेंसी जो की नौकर और गार्ड मुहय्या करवाने का काम करती है उस तक भी पहुंचेगी, क्या इस एजेंसी की भी गहनता से जाँच होगी की किस ग्राऊंड पर वो लोगों को अपनी एजेंसी में शामिल करते है, क्या लोगों का कोई background check किया जाता है ? क्या इस एजेंसी का रजिस्ट्रेशन हुआ है ? क्या इसके रजिस्ट्रेशन की जानकारी सम्बंधित विभाग को है ? क्या ऐसी शहर में कितनी और एजेंसियां संचालित है इस बारे में कोई जानकारी या रिकॉर्ड पुलिस के पास दर्ज है ?