पति की हत्या और पत्नी पर हमले के नामजद आरोपियों पर कार्रवाई न होने पर विरोध
उदयपुर 7 नवंबर 2024। जिला पुलिस अधीक्षक को भेजे गए एक पत्र में पीड़ित परिवार ने गंभीर आरोप लगाए हैं कि उनके परिवार पर हुए हमले के बाद भी पुलिस ने अब तक उचित कार्रवाई नहीं की है। घटना 26 अक्टूबर 2024 को हुई, जब शम्भू सिंह ने पीड़ित मनोहर सिंह राजपूत को फोन करके बताया कि उनके रिश्तेदार राम सिंह और उनकी पत्नी कंकु कुंवर पर किसी ने धारदार हथियार से हमला किया है। इस हमले में राम सिंह की मौके पर ही मृत्यु हो गई, जबकि कंकु कुंवर गंभीर रूप से घायल हो गईं, जिन्हें इलाज के लिए उदयपुर के महाराणा भूपाल राजकीय चिकित्सालय में भर्ती किया गया है।
पीड़ित मनोहर सिंह ने पुलिस थाना ओगणा में रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन दस दिन से अधिक समय बीतने के बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उनका आरोप है कि पुलिस थाना ओगणा के एसएचओ अजय राज सिंह इस मामले में निष्क्रिय रहे हैं, जिससे समाज में असंतोष और आक्रोश फैल रहा है।
प्रार्थी ने यह भी बताया कि उन्होंने 14 अक्टूबर 2024 को पुलिस थाना में एक शिकायत दी थी, जिसमें उन्होंने भंवर सिंह और रणजीत सिंह के खिलाफ जान से मारने की धमकी दी थी, लेकिन उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।
पुलिस कार्रवाई में हो रही देरी को लेकर पीड़ित परिवार ने स्थानीय प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग की है। घायल कंकु कुंवर ने भी अपने बयान में भंवर सिंह का नाम लिया है, और उनका कहना है कि आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी की जानी चाहिए।
पीड़ित परिवार का कहना है कि अगर पुलिस ने समय रहते कार्रवाई की होती तो यह अप्रिय घटना नहीं होती। उन्होंने जिला पुलिस अधीक्षक से मामले की निष्पक्ष जांच और आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है।
पीड़ित परिवार का कहना हैं की यह घटना समाज में सुरक्षा के प्रति सवाल खड़े कर रही है, खासकर जब पुलिस की कार्यवाही में देरी हो रही है। पुलिस द्वारा मामले की गंभीरता से जांच और कार्रवाई की आवश्यकता है ताकि उन्हें न्याय मिल सके।