हिरणमगरी में चाकूबाजी की घटना के खिलाफ प्रदर्शन
मामले में लिप्त आरोपियों की गिरफ़्तारी और उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की
उदयपुर 18 जुलाई 2024 । कल बुधवार शाम को पानेरियों की मादड़ी गणपती विहार इलाके में हुई चाकू बाजी की घटना के विरुद्ध सर्व हिन्दू समाज उदयपुर ने गुरुवार को कलेक्टरी के बाहर प्रदर्शन किया और इस मामले में लिप्त आरोपियों की गिरफ़्तारी और उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की प्रदर्शकारियों ने ज़िला कलेक्टर और आईजीपी उदयपुर रेंज को ज्ञापन भी सौंपा।
इस अवसर पर वार्ड 37 के पार्षद अरविन्द जारोली ने कहा की कि कल दिनांक 17.07.2024 को रात्रि में प्रशासन द्वारा हिन्दू समाज को भ्रमित करने का भरसक प्रयास किया गया जिससे हिन्दू समाज व क्षेत्रवासियों में काफी आक्रोश बढा है व हिन्दू समाज आंदोलीत व भयग्रस्त है तथा क्षैत्र मे भय एवं तनाव का वातावरण हैं जिला प्रशासन / पुलिस प्रशासन द्वारा क्रमबद्ध रूप से घटना में घायल पीडिता के विरूद्ध मिथ्या आधारों पर उसके चरित्र को लेकर ऐसी बातें कहीं गयी है। जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि पीडिता ही गलत हो ।
जारोली ने कहा की ज्ञापन के जरिये अधिकारियों को अवगत कराया गया को प्रशासन द्वारा घटना को लड़के-लड़कियों का मामला होना बताकर आमजन व जनप्रतिनिधियों को बिना जांच के आधार पर ही भ्रमित किया जा रहा है एवं घटना मे घायल पीडिता के चरित्र पर बेबुनियादी आधारों पर लांछन लगाकर पीडिता को बदनाम किया जा रहा है। वास्तविकता में कल दिनांक को घटित घटना से यह प्रमाणित होता है कि इस घटना किसी आपसी रंजिश को लेकर नहीं थी बल्कि समुदाय विशेष के युवकों द्वारा शहर में भय व अशान्ति की स्थिति पैदा करना है।
उन्होंने कहा की ज्ञापन में ये भी अवगत कराया गया की कल रात्रि को मेलडी माता सविना में घटित हुई घटना को इस मामले से जोडना गलत होगा क्योंकि मेलडी माता वाली घटना आपसी रंजिश को लेकर थी जिसका बयान खुद मेलडी माता वाली घटना में घायल पीडित के द्वारा मीडिया में दिये गये बयान से स्पष्ट है।
पानेरियों की मादडी में कल रात्रि को घटित घटना में घायल हुए लोगों के लिए संवेदना होने के स्थान पर हॉस्पिटल एवं घटना स्थल पर पहुचे आला प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा घटना से किनारा करते हुए मात्र यह बयान दिया जा रहा है कि यह घटना मात्र लडके-लडकी के मामले को लेकर हुई हैं। जबकि वास्तविकता में कल रात्रि को घटित घटना समुदाय विशेष के युवकों द्वारा उनका पर्व होने के कारण शहर में दहशत व सनसनी फैलाने हेतु कारित की गयी है फिर भी पुलिस प्रशासन द्वारा आमजन का ध्यान भटकाने के लिए बेबुनियाद आधारों पर मात्र यह बयान दिया जा रहा है कि इस घटना का धर्म विशेष के लोगों से कोई लेना-देना नही है। प्रशासन उक्त घटना को मात्र इसी आधार पर दबाना चाहती है।