×

नशे में उत्पात मचने वाले पीटीआई को किया सस्पेंड 

बाल आयोग राजस्थान की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने मामले में शिक्षा विभाग को कठोर कार्रवाई करने को कहा 

 

प्रिंसिपल ने सीबीईओ,डीईईओ और जिला शिक्षा अधिकारी को लिखा पत्र 

उदयपुर 13  जनवरी 2022। जिले के कोटड़ा  खजुरिया में स्थित एक स्कुल में शारीरिक शिक्षक की शर्मनाक हरकत सामने आयी है। जहाँ बुधवार को खजुरिया सरकारी स्कुल में देवीलाल मीणा शराब के नशे में चूर हो कर विद्यालय परिसर में पहुंचा। नशे में चूर देवीलाल मीणा ने अपनी हदो को भूल विद्यालय के शिक्षक गण से अभद्र व्यवहार करने लगा। 

नशे में धूत देवीलाल को समझाने और रोकने के लिए विद्यालय के प्रधानाचार्य सहित अन्य स्कुल के टीचर्स आये लेकिन देवीलाल अपने होश में नहीं होने के कारण स्कुल के स्टाफ से मार पीट और गाली गलौच करने लगा। इस दौरान आस पास के ग्रामीण जब देवी लाल को समझने आये तो उनसे भी बदतमीज़ी पर उतर आया। नशे में होने के वजह से देवीलाल का उत्पात यही तक नहीं थमा। देवीलाल ने स्कूल में मौजूद छात्र छात्राओं के सामने एक एक कर कपडे भी उतारने लगा।  

पीटीआई टीचर के इस तरह के हंगामे की सुचना प्राप्त कर क्षेत्र की पुलिस स्कूल पहुंची जहाँ नशे में धुत देवीलाल को थाने ले गयी। स्कुल के प्रधानाचार्य का कहना है की पुलिस ने बिना कुछ कार्रवाई किए अध्यापक को छोड़ दिया। छोड़ने के बाद वह वापस स्कूल पहुंचा और हंगामा खड़ा किया।

प्रिंसिपल ने सीबीईओ, डीईईओ और जिला शिक्षा अधिकारी को लिखा पत्र - 

मामले के सम्बन्ध में प्रिंसिपल आलोक शर्मा ने सीबीईओ,डीईईओ और जिला शिक्षा अधिकारी को लिखा है। मामला राजस्थान बाल आयोग तक भी पहुंचा है।एक शारीरिक शिक्षक होने नाते चार छात्रों के सामने इस तरह नशे की गलत हरकतों से बच्चों और स्टाफ में डर पैदा हो गया। अगले दिन इसके चलते कुछ शिक्षक और छात्र डर के कारण स्कूल नहीं आए। जानकारी में यह बात सामने आई की देवी लाल इससे पूर्व में कई बार शराब के नशे में धुत होकर स्कुल में उत्पात मचा चूका है।  राजस्थान बाल संरक्षण आयोग ने मामले का संज्ञान लेकर जिला शिक्षा अधिकारी को कड़ी कार्रवाई करने को कहा है।

जिला शिक्षा अधिकारी ने गुरुवार को आदेश कर पीटीआई को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। पीटीआई को 10 जनवरी की तारीख से निलंबित कर दिया गया है। पीटीआई का मुख्यालय मुख्य ब्लॉक अधिकारी, सायरा कर दिया गया है। बाल आयोग राजस्थान की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने कहा कि उनकी जानकारी में मामला आया था। इसके बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए शिक्षक के खिलाफ शिक्षा विभाग को कठोर कार्रवाई करने को कहा गया है। साथ ही 7 दिन में इसकी तथ्यात्मक रिपोर्ट भी मांगी गई है।