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अस्पताल की केंटीन में हुई इस घटना के बाद डॉक्टर्स को क्या हमें डॉक्टर नाम देना चाहिए 

बाल चिकित्सालय में केंटीन में 3 डॉक्टरों ने नर्सिंगकर्मी को बुरी तरह पीटा 

 

हाथीपोल थाना पुलिस ने गिरफ्तार करने के बाद ज़मानत पर छोड़ा 

उदयपुर 20 फरवरी 2021।  कल शहर के महाराणा भूपाल जनरल हॉस्पिटल के बाल चिकित्सालय के 3 छात्र डॉक्टरों ने केंटीन में मोबाईल पर बात करने को लेकर उपजे मामूली विवाद में कहासुनी के बाद नर्सिंगकर्मी की बुरी तरह पिटाई कर दी। मामूली बात पर पिटाई करने वाले डॉक्टरों ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है की इस घटना के बाद डॉक्टर्स को क्या हमें डॉक्टर का नाम देना चाहिए। जबकि डॉक्टर्स को धरती का भगवान कहा जाता है। 

दरअसल मामला यह है की राजसमंद जिले के मीम कस्बे के निवासी नर्सिंग कर्मी जितेंद्र बल्ला केंटीन में चाय पी रहा था, तभी चार एमबीबीएस स्टूडेंट्स मोहित बुद्धि प्रकाश चौधरी, मोहित भारद्वाज और विजय झामी एवं अन्य आये और जितेंद्र को धमकाते हुए पूछताछ करने लगे। जितेंद्र अपना परिचय देने के बाद मोबाइल पर बात करने लगा तो एमबीबीएस स्टूडेंट्स ने कहा की यहाँ मोबाइल पर बात क्यों कर रहे हो।  इस पर बात पर कहासुनी के बाद एमबीबीएस स्टूडेंट्स ने नर्सिंगकर्मी की बुरी तरह पिटाई कर दी। 

हाथीपोल थाना पुलिस के एएसआई गोटीलाल ने बताया की मारपीट के आरोप ने लोहरवाड़ा पीपली टोंक निवासी मोहित बुद्धि प्रकाश चौधरी, टहला अलवर निवासी मोहित भारद्वाज और अरुणाचल प्रदेश निवासी विजय झामी को गिरफ्तार कर धारा 341 और 323 में मुकदमा दर्ज किया। 

पुलिस ने जहाँ पीड़ित नर्सिंगकर्मी जितेंद्र बल्ला का मेडिकल करवाया वहीँ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। हालाँकि जिन धाराओं के अंतर्गत आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था वह ज़मानती थी जिसके चलते तीनो को ज़मानत पर रिहा कर दिया। क्योंकि आज शनिवार को इन एमबीबीएस स्टूडेंट्स की परीक्षा भी है।  

Article by Farhina Ansari

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