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लाश के ऊपर बैठकर लूट की वारदात को देते रहे अंजाम 

जैनम ज्वेलर्स लूट का मामला 

 

कर्ज उतरने के लिए बने हत्यारे 

उदयपुर 23 मार्च 2024। शहर के अशोक नगर स्थित ज्वेलरी शो रूम जैनम ज्वेलर्स में हुई लूट और हत्या के मामले में शोरूम के सीसीटीवी से फोटो सामने आये है। सीसीटीवी फुटेज में साफ़ नज़र आ रहा है रोहतक से आए लुटेरे, जैनम ज्वेलर्स के मालिक मृतक अनिल जैन की लाश के ऊपर बैठकर लूट की वारदात को अंजाम दे रहे है।

सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है की शोरूम मालिक अनिल जैन लुटेरों के हमले के बाद ज़मीन पर गिर गए थे। मौके पर ही अनिल जैन की मौत हो गई थी। जबकि पहले जानकारी मिली थी की जैनम ज्वेलर्स के मालिक अनिल जैन की मौत हॉस्पिटल में हुई थी। 

सीसीटीवी फुटेज और प्राप्त जानकारी के अनुसार लुटेरे शव पर पांव रखकर सोने के जेवर निकालते रहे । आपको बता दे डेढ़ किलो सोने की लूट हुई थी। लूट के बाद एक लुटरो ने आयड़ में एक स्कूटी चालक साजिद पर भी तीन फायर किये थे लेकिन साजिद बच गया और एक लुटेरे (विकास चौधरी) को भीड़ ने पकड़ लिया था। सीआईएसएफ के जवान और लुटेरे विकास चौधरी ने सुखेर थाने में पुलिस पर भी फायर किया था। जबकि दो लुटेरे आशीष चौधरी और संदीप चौधरी मामले में फरार है।

पुलिस पूछताछ में विकास चौधरी ने पुलिस को बताया की जहाँ वह खुद सीआईएसएफ का जवान है तो वहीँ उसके पिता बीएसएफ से रिटायर्ड है। विकास ने बताया की वह साल 2017 में सीआईएसएफ में कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुआ था और दो साल बाद उसकी शादी हुई थी, उसका छोटा भाई भी मर्चेंट नेवी में है, वह कमांडो ट्रेनिंग ले चूका है और शार्प शूटर भी है। 

विकास चौधरी ऑनलाइन गेमिंग और क्रिकेट पर सट्टा लगाने के आदी आशीष चौधरी के संपर्क में साल 2020 आया था  जिसके बाद वह सटोरिया बन गया। अपने इस आदत से विकास पर 20 और आशीष पर 15 लाख रुपयों का कर्ज भी चढ़ गया।  इसी कर्ज को चुकाने के लिए अपने अन्य साथी संदीप के साथ मिलकर लूट की प्लानिंग की थी और घटना वाले दिन, लूट करने के बाद पैदल ही अशोक नगर से लेकसिटी माल के पास पहुंचे जहाँ कांस्टेबल बनवार सिंह ने जब उनकी गतिविधियां संदिग्ध पाई और पूछताछ करने की कोशिश की तो उन्होंने भंवर सिंह को धक्का दिया और फरार हो गए और आयड़ के चारभुजा मंदिर वाली गली में घुसकर साजिद से उसकी एक्टिवा स्कूटर छीनने का प्रयास किया और इस दौरान उसपर 3 राउंड फायर भी किये जिसका CCTV  Footage भी सामने आया था, इसके दौरान जहाँ विकास पकड़ा गया तो उसके 2 अन्य साथी फरार हो गए । 

विकास ने पुलिस को बताया की वह घटना से पहले मुंबई एयरपोर्ट पर तैनात था और घटना को अंजाम देने के लिए छुट्टी लेकर आया था। अब इस घटना के बाद विकास द्वारा की गई करतूत की जानकारी उदयपुर पुलिस ने मुंबई भी भेज दी है जिस से उसकी नौकरी जाना तय है। 

विकास ने पुलिस को बताया की तीनो आरोपी साल 2023 में भी एक बार उदयपुर आए थे, तब भी तीनो पर ऑनलाइन गेमिंग और सट्टे से कर्ज का भार था, उदयपुर में रहते हुए ही तीनो ने लूट करने का प्लान बनाया था। इसके बाद तीनो जनवरी और फरवरी 2024 भी उदयपुर आए और शहर के कई सर्राफा की दुकानों की रेकी भी की थी।  

विशेष 

आरोपियों को घटना वाले दिन भी ये बात मालूम  थी की गर्मियों के दिनों में दोपहर में 2 बजे के आस पास दूकान में ग्राहक कम होंगे और शोरूम के मालिक अनिल जैन शोरूम में अकेले ही होंगे।  मौका देखकर वह तीनो शोरूम के अंदर घुसे और वारदात को अंजाम दिया।  

पुलिस ने आरोपी विकास चौधरी के पैर में मारी थी गोली 

घटना वाले दिन जब पकडे जाने के बाद पुलिस विकास को सुखेर थाने लेकर गई थी तो वहां उसने पुलिस टीम पर भी फायर  किया था, जिसको लेकर सुखेर  थानाधिकारी हिमांशु सिंह राजावत द्वारा जवाबी कार्यवाही में उसके पैर पर गोली मारी थी, जिसका खोल भी एफएसएल टीम द्वारा शुक्रवार को लिया गया।