सौतेली मां ने मासूमों को पानी के टब में डूबोकर मारने के बाद दफनाया
उदयपुर संभाग के डूंगरपुर जिले के शरम गांव की शर्मनाक घटना
4 दिन बाद कबूली वारदात, पुलिस के किया गिरफ्तार
उदयपुर 7 जून 2021। माँ का नाम सामने आते ही ज़हन में ममता शब्द ही उभरता है। लेकिन वहीँ माँ अपने ही मासूम बच्चो की कातिल बन जाये तो इसे कलयुगी माँ की माया ही कहा जा सकता है। उदयपुर संभाग के डूंगरपुर जिले के रामसागड़ा थाना क्षेत्र के शरम गांव में एक ऐसी ही दिल दहलाने वाली वारदात सामने आई, जहाँ एक सौतेली मां ने अपने दो मासूम बच्चों को पानी से भरे टब में डूबोकर मार डाला। यही नहीं मासूमो को मौत के घाट उतारने के बाद दोनों बच्चो के शव को दफना भी दिया, लेकिन चार दिन ही महिला ने बच्चों को मारने की वारदात करना कबूल कर लिया। पुलिस ने महिला को हिरासत में ले कर पूछताछ शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार शरम गांव निवासी बद्री फेरा की पहली पत्नी उसे छोड़कर नाते चली गई थी, बद्री के पहली पत्नी से एक तीन साल का बेटा विशाल व पांच साल की बेटी निशा है। पहली पत्नी के नाते जाने के बाद बद्री भी दुर्गा नामक महिला से नाता विवाह करके उसे अपने घर ले आया। पहली पत्नी के दोनों बच्चों को सौतेली मां दुर्गा ही पालन पोषण करने लगी। लेकिन दो साल बाद ही दुर्गा ने अपने दोनों सौतेले बच्चों को बड़ी बेरहमी से मार डाला।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह घटना 3 जून की है। बताया जाता है की दुर्गा और उसके दोनों बच्चे घर पर ही थे। इस दौरान दुर्गा ने मासूम विशाल व निशा को पानी से भरे प्लास्टिक टब में डूबोकर मार दिया। इसके बाद दोनों बच्चों की मौत को एक सामान्य मौत बताकर उनके शव को दफना डाला। दो दिन बाद 5 जून को दुर्गा घर से गायब हो गई और दूसरे दिन सुबह वापस घर लौटी तो उसने खुद ही घर वालों के सामने बच्चों को मारने की पूरी घटना बयां कर दी।
इधर, घटना की सूचना पर आज सोमवार को रामसागड़ा थाना पुलिस मौके पर पंहुची और घटना की जानकारी ली। वहीं एसडीएम की मौजूदगी में दफनाए गए दोनों बच्चों के शव को बाहर निकलवाया गया। दोनों बच्चो के शव पुराने होने से सड़ गल गए हैं और उसमे से बदबू आने लगी है। पुलिस ने इस मामले में आरोपी सौतेली मां को हिरासत में ले लिया है। वहीं पुलिस अब पूरे मामले की तहकीकात में जुट गई है।