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आवारा कुत्तो ने एक मासूम बच्ची को नोंच नोंच कर मार डाला

उदयपुर के मस्तान बाबा दरगाह कॉलोनी की घटना

 

उदयपुर 5 अप्रैल 2024। इन दिनों देश भर में आवारा कुत्तो द्वारा हमला कर मासूम बच्चों को नोच नोच कर उनकी हत्या करने की घटनाए सामने आने लगी है, कभी हैदराबाद, कभी यूपी तो कभी राजस्थान। 

ऐसी ही एक घटना उदयपुर के अम्बामाता थाना सर्किल स्थित हज़रत मस्तान शाह बाबा की दरगाह के पीछे बने एक काम्प्लेक्स के पास भी हुई जहां कुत्तों के एक झुण्ड ने एक 5 साल की बच्ची को घेर कर उस पर हमला कर दिया जिसमे गंभीर घायल होने सें उसकी जान चली गईं। 

मासूम बच्ची रेशमा खान के पिता नदीम खान ने बताया की घटना शुक्रवार सुबह करीब 7.30 बजे हुई जब उनकी दूसरे नंबर वाली बेटी रेशमा दरगाह के पीछे बने सुलभ काम्प्लेक्स के बाहर खड़ी थी, तभी वहां एक आवारा कुत्तो का झुंड आ पहुँचा जिसने उसे घेर कर उसपर हमला बोल दिया। बच्ची की आवाज सुनकर जब तक नदीम और उसका परिवार मौके पर पहुंचे तब तक बच्ची गंभीर रूप सें घायल हो चुकी थीं। इस घटना के बाद बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी भी मौके पर इकठ्ठा हो गए जिन्होंने घटना को लेकर आक्रोश भी जाहिर किया।

ऐसे मौके पर कहाँ गुम हो जाते है श्वान प्रेमी 
शहर में आवारा कुत्तो के साथ साथ बड़ी तादाद में आवारा श्वान प्रेमी भी मौजूद है। महज़ मीडिया में और अख़बार में प्रसिद्धि पाने के लिए आवारा श्वानो पर प्यार लुटाने वाले तथाकथित 'एनिमल लवर' जब ऐसी कोई घटना होती है तो न जाने कहाँ छुप जाते है।  हां अगर कोई आवारा कुत्तो को ज़रा सा पत्थर मार दे तो यह श्वान प्रेमी बिलबिला उठते है और लोगो को जीव के प्रति दया दिखाने का उपदेश परोसते है लेकिन आवारा कुत्तो के काटने से इंसान की मौत पर यह मीडिया और अख़बार में प्रसिद्धि पाने के लालची और तथाकथित एनिमल लवर मुंह में दही जमा कर बैठ जाते है। 

बहरहाल परिवार के लोग उसे एमबी हॉस्पिटल लेकर पहुंचे जहां उसकी मौत हो गईं। नदीम ने बताया की वह मध्य प्रदेश के सागर का रहने वाला है और 8 दिन पहले ही वो अपने परिवार जिसमे उसके तीन बच्चे और बीवी के साथ उदयपुर मस्तान बाबा की दरगाह पर आया था और यहीं रह रहा था। घटना की जानकारी मिलने पर अम्बामाता पुलिस भी मौके पर पहुंची, कुछ देर बाद मासूम रेशमा के शव का पोस्टमॉर्टम करवा कर उसके परिवार को सौंप दिया गया।

ऐसी ही एक घटना मार्च माह में उदयपुर संभाग के चित्तौड़गढ़ में भी हुई थीं जहां एक 6 साल के बच्चे पर कुत्तो ने उस वक़्त हमला लिया जब वह घर के पास ही में मौजूद अपने स्कूल जा रहा था। कुत्त्तों ने उसके पुरे शरीर को नोच डाला और सास की नाली को भी घायल किया जिसके चलते ज़्यदा खून बहने सें उसकी मौत हो गई थीं।

गौरतलब है की इन दिनों मासूम बच्चों और बुजुर्गों को आवारा कुत्तों द्वारा निशाना बनाने की घटनाए बढ़ती ही जा रही है, जिनमे सें कुछ में तो घायल को जान ही जा चौकी है, लेकिन क्या इन बढ़ती हुई घटनाओ को लेकर सरकार कोई कदम उठाएगी?? क्या प्रशासन के पास इस समस्या का कोई समाधान है या फिर हर कोई अपना नंबर आने का इंतजार करता रहेगा??