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महिला ने ASI सहित तीन पुलिसकर्मियों पर प्रताड़ित करने और रिश्वत मांगने का आरोप लगाया

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और एसपी को इसकी शिकायत की

 

उदयपुर। महिला ने थाने के ASI सहित तीन पुलिसकर्मियों पर प्रताड़ित करने और रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। महिला का आरोप है कि उसे रातभर थाने में रखा गया और उससे हुई ठगी के मामले में रिपोर्ट नहीं ली गई। उल्टा उसे ही जेल में डाल देने की धमकी दी गई। आरोप है कि ASI ने थाने में 3 लाख की रिश्वत ली और ठगों के नाम चेक भरवा लिए। इस घटना के बाद महिला इतनी घबरा गई कि उसने सुसाइड करने की कोशिश की। इसके बाद महिला के परिवार वालों ने जब जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और एसपी को इसकी शिकायत की तो उनके निर्देश पर सवीना पुलिस को अपने तीन पुलिसकर्मी सहित दो अन्य आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करना पड़ा।

एसपी योगेश गोयल ने बताया कि मामला जानकारी में आते ही इसकी जांच डिप्टी क्षिप्रा राजावत को सौंपी है। महिला ने पुलिस कर्मियों के खिलाफ जो आरोप लगाए हैं। अगर जांच में स्टाफ की किसी तरह की लापरवाही सामने आती है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

नकली सोने गिरवी रखवा कर 7 लाख उधार लिए थे

रिपोर्ट वर्षा गर्ग पति गोपाल गर्ग निवासी सेक्टर-9 ने दी है। इसमें बताया- घटना 20 जनवरी की है और 1 मार्च को पुलिस थाने में इसकी एफआईआर दर्ज की। वर्षा की परिचित आरती छतलानी और अजय फर्नीचर के मालिक ओम लिंजारा ने मिलकर उससे 10 लाख रुपए अर्जेंट उधार मांगे थे। पहचान होने से महिला वर्षा गर्ग ने उन्हें टुकड़ों में 7 लाख रुपए उधार दे दिए। इसकी एवज में सिक्योरिटी के रूप में उनसे कुछ जेवर अपने पास रखे थे। कुछ दिन बाद वर्षा गर्ग ने आरती छतलानी से पैसे मांगे तो वह बहाने बनाने लगी। इसके बाद वर्षा ने सिक्योरिटी के रूप में रखे जेवर ज्वेलरी शॉप पर जांच करवाए तो वे नकली पाए गए।

आरोप- पुलिस ने मारपीट की, रातभर थाने में रखा

रिपोर्ट में बताया- इसके बाद वर्षा गर्ग ने सवीना थाने में इसकी रिपोर्ट दी। रिपोर्ट लेकर महिला को वहां से रवाना कर दिया। फिर उसी दिन आरोपी ओम लिंजारा का बड़ा बेटा अजय लिंजारा पुलिसकर्मी जितेन्द्र दीक्षित और मुकेश के साथ मेनारिया गेस्ट हाउस के बाहर पहुंचा। जहां वर्षा गर्ग को गाड़ी में डालकर साथ ले गए। गाड़ी में अजय लिंजारा और पुलिसकर्मी जितेंद्र ने महिला के साथ मारपीट की। सवीना थाने ले जाकर वर्षा की रिपोर्ट भी फाड़ दी।

पीड़ित महिला ने आरोप लगाया कि थाने के ASI रघुवीर सिंह ने मेरे खिलाफ झूठी रिपोर्ट ली और मुझे जिंदगी भर जेल में डालने की धमकी दी। रात भर अवैध रूप से थाने मेंहिरासत में रखकर दबाव बनाया कि 10 लाख रुपए देगी तब ही यहां से जाने देंगे। पुलिसकर्मी ने महिला का फोन अपने कब्जे में रख लिया। इसके बाद दो दिन में पैसे का इंतजाम करने की बात पर उसे छोड़ा गया।

ASI पर लगाए थाने में 3 लाख लेने के आरोप

महिला ने रिपोर्ट में लिखा कि ASI रघुवीर सिंह ने उससे 7 फरवरी 2024 को रात 9 बजे 3 लाख रुपए थाने में नकद लिए। साथ ही 4 लाख 35 हजार और 2 लाख रुपए का बैंक चैक ओम लिंजारा के नाम से भरवाकर ले लिया। तब जाकर महिला को उसका मोबाइल वापस लौटाया। महिला ने एसपी से मांग की है कि थाने के सीसीटीवी फुटेज में उसकी व अन्य पुलिसकर्मी सहित अजय व ओम लिंजारा के फोन लोकेशन से यह बात स्पष्ट हो जाएगी। महिला ने आरोप लगाया कि नकली सोना बनाने के गिरोह में पुलिसकर्मी भी शामिल है।