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गिट्स में राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय एवं टेक्यूप-3 द्वारा प्रायोजित 03 दिवसीय फैकल्टी डवलपमेंट प्रोग्राम का समापन

स फैकल्टी डवलपमेंट प्रोग्राम का मुख्य उदे्श्य फैक्ल्टी मेंबर्स को भविस्य में आने वाली नई नई तकनीकों से पहले से ही रूबरू करा सके।
 
वास्तविक तकनीकी का विकास तभी संभव हैं जब विकास साॅफ्टवेयर एवं हार्डवेयर दोनों स्तर समान रूप से हो।

गीतांजली इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्निकल स्टडीज डबोक उदयपुर में राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय एवं टेक्यूप-3 द्वारा प्रायोजित इलेक्ट्रॉनिक्स इन्जिनियरिंग विभाग में चल रही 03 दिवसीय फैकल्टी डवलपमेंट प्रोग्राम का समापन हो गया।

संस्थान के निदेशक डाॅ. विकास मिश्र ने बताया कि इस फैकल्टी डवलपमेंट प्रोग्राम का मुख्य उदे्श्य फैक्ल्टी मेंबर्स को भविस्य में आने वाली नई नई तकनीकों से पहले से ही रूबरू करा सके।  जिससे फैक्ल्टी मेंबर्स अपने इस तकनीकी ज्ञान को विद्यर्थिओ को हस्तान्तरित किया जा सके। वास्तविक तकनीकी का विकास तभी संभव हैं जब विकास साॅफ्टवेयर एवं हार्डवेयर दोनों स्तर समान रूप से  हो। 

कार्यक्रम के संयोजक डॉ  राजीव माथुर के अनुसार इस फैक्ल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम में  एन आई टी पटना के प्रोफेसर के डॉ अमितेश कुमार ने मेमोरी के नए स्वरुप रजिस्टर मेमोरी एवं टाइटेनियम ऑक्साइड आधारित मेमोरी ए सेंटर ऑफ़ एडवांस स्टडीज लखनऊ के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ ब्रजेन्द्र सिंह सेगर ने आर्गेनिक सोलर सेल के अनुप्रयोग एव मनुफैक्टरिंग प्रोसेस ए आई आई एस सी  बंगलौर के रिसर्च साइंटिस्ट डॉ आरिफ खान ने डेवलपमेंट ऑफ़ ट्रांजिस्टर फॉर हाई फ्रीक्वेंसी एंड हाई पावर एप्लीकेशन, बिट्स पिलानी गोवा कैंपस की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ प्रमिला जाखड़ ने नैनो सेंसर मनुफैक्टरिंग प्रोसेस और उसकी उपयोगिता व शिव नादर विश्वविद्यालय नोएडा के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ रोहित सिंह ने सेमीकंडक्टर तकनिकी पर अपने अपने तकनिकी ज्ञान फैक्ल्टी मेंबर्स के साथ साझा किये। 

इस फैकल्टी डवलपमेंट प्रोग्राम में पूरे भारत से 110 से ज्यादा लोगों ने पंजीकरण एवं भाग लिया। इस कार्यक्रम में वित्त नियंत्रक बी.एल.जागिड सहित पूरा गिट्स परिवार उपस्थित रहा।