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BN IPS में हुई अटल इनोवेशन मिशन की उद्यमिता पर कार्यशाला

छात्र स्टार्ट-अप शुरू करने के लिए "अटल इनोवेशन मिशन" से ले सकते है मदद: गौरव भारद्वाज

 

बी एन विश्वविद्यालय के भूपाल नोबल्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मास्यूटिकल साइंसेस (बी.एन.आई.पी.एस.) द्वारा संस्थान के शताब्दी महोत्सव के उपलक्ष में इन्नोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप नामक विषय पर कार्यशाला आयोजित की गई। 

स्वागत भाषण में बोलते हुए प्रधानाचार्य प्रोफेसर एम एस राणावत ने विद्यार्थियों का उत्साह वर्धन करते हुए कहा कि संस्था का नाम गुणवान एवं योग्य विद्यार्थियों के द्वारा सफलता का परचम फहरा ख्याति फैलाने से होता है । 

प्रोफेसर राणावत ने एंटरप्रेन्योरशिप एवं इनोवेशन के बारे में बात करते हुए कहा कि 135 करोड़ भारतीयों में से सिर्फ पांच करोड़ भारतीय भी इस विषय में रुचि लेने लगे तो हम पूरी दुनिया को रोजगार उपलब्ध करा सकते हैं एवं एक्टिव फार्मास्यूटिकल इनग्रेडिएंट (ए.पी.आई.) में एंटरप्रेन्योरशिप करके भारत को ए.पी.आई के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बना सकते हैं। 

बीएन विश्वविद्यालय के वीसी प्रोफ़ेसर एन बी सिंह ने फार्मेसी के छात्रों के लिए विभिन्न क्षेत्रों विशेषकर एग्रीकल्चर के भी कार्य क्षेत्र में अपने योगदान देने का आह्वान किया। उन्होंने इनोवेशन एवं इंटरप्रेनोर सेंटर स्थापित करने के लिए बीएन विश्वविद्यालय में धन की कमी आड़े नहीं आने का आश्वासन दिया।  

अहमदाबाद के "अटल इन्नोवेशन सेंटर एल.एम.सी.पी." के निदेशक एवं भूपाल नोबल्स फार्मेसी के पूर्व छात्र गौरव भारद्वाज ने एंटरप्रेन्योरशिप शुरू करने एवं नए-नए स्टार्ट अप को पोषित करने के लिए विभिन्न प्रकार की सहायता किस प्रकार से प्राप्त की जा सकती है यह छात्रों को बताया। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप को शुरू करने के लिए बड़े आई आई टी और विश्वविख्यात संस्थाओं से डिग्री लेना अति आवश्यक नहीं है बल्कि उद्यमी की लगन उद्यमशीलता और नए आइडिया का होना जरूरी है। 

उन्होंने देश के सन, कैडिला, इंटास, आदि नामी-गिरामी कंपनियों के उदाहरणों से छात्रों में जोश भरा। साथ ही उन्होंने दूसरी संस्थाओं से अनुबंध कर किस प्रकार कम से कम खर्च में नया स्टार्टअप शुरू किया जा सकता है इसके तरीके विस्तार से बताएं। उन्होंने कहा कि ए.आई.सी. एल.एम.सी.पी. सेंटर द्वारा अभी तक कुल 16 महिला स्टार्टअप सहित 35 स्टार्टअप को लगभग 21 करोड़ की ग्रांट दिलवाई जा चुकी है। 

कार्यक्रम में फार्मेसी संकाय के डीन डॉ. युवराज सिंह सारंगदेवोत प्रोफेसर अंजु गोयल, डॉ. अमुल मिश्रा, डॉ. भूपेंद्र व्यास, प्रो.कोमल शर्मा, प्रो. कमल सिंह राठौड़, डॉ. दीपक मरोठिया, डॉ. अमित भार्गव, डॉ. अनिरूद सिंह देवड़ा, डॉ. एच.पी.सिंह सहित अन्य संकाय सदस्यों एवं विद्यार्थियों ने शिरकत की। 

ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री डॉ. मीनाक्षी भरकतिया ने यह सारा प्रोग्राम आयोजित किया एवं पधारे हुए सभी अतिथियों सहित लाभार्थियों का धन्यवाद अदा किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रिया कांबले ने बखूबी किया।