GITS और GHH ग्रुप (जर्मन कंपनी) के मध्य समझौते पर हस्ताक्षर
कौशल विकास और रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए समझौता
गीतांजलि इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्निकल स्टडीज डबोक उदयपुरएवं जर्मनी आधारित कंपनी जी एच एच इंडिया माइनिंग एंड टनलिंग एक्विपमेंट प्राइवेट लिमिटेड के बीच विद्यार्थियों के कोर इंजीनियरिंग की हैंड्स आन एवं आन साइट ट्रेनिंग प्रदान करने के लिए करार हुआ। जिसका उद्देश्यर शिक्षा और उद्योग के बीच की जगत के बीच की खाई को कम कारन है। यह करार गिट्स के संस्थान निदेशक डॉ. एन एस राठौड़ एवं जी एच एच के सर्विस हेड श्री प्रदीप सिंह और जर्मेन प्रतिनिधि श्री मरकुस राइनबाबेन के समझौता प्रपत्रों के आदान प्रदान के साथ हुआ।
संस्थान के निदेशक डॉ एन एस राठौड़ ने बताया कि जर्मनी का जी एच एच ग्रुप दुनिया भर के लिए कोर इंजीनियरिंग के समाधान प्रदान करता है। यह खनन और सुरंग निर्माण के लिए लोड हॉल डंपर (एलएचडी), आर्टिकुलेटेड डंप ट्रक, ड्रिल रिग, बॉयलर, उत्पादन ड्रिल, जैसे वाहनों का विकास और निर्माण करता है। लक्ष्य छात्रों को व्यापक तथा व्यावासिक ज्ञान और कौशल प्रदान करके उद्योग में प्रवेश करने के लिए तैयार करना है और इंडस्ट्री रेडी स्टूडेंट्स तैयार करना है।
इस सहयोग के माध्यम से उद्योग और शिक्षा के बीच की जानकारी के अंतर को कम करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि छात्रों को तकनीकी ज्ञान, प्रैक्टिकल एक्सपीरियंस, स्किल और व्यवसायिक दुनिया के के साथ साथ कदम से कदम मिला कर चल सके। सके।
ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट हेड अरविन्द सिंह पेमावत ने कहा इस करार से गिट्स के छात्रों को जी एच एच के विशेषज्ञों के साथ काम करने का अवसर मिलेगा, जिससे उन्हें अपने क्षेत्र में कुशलता प्रदान होगी ।इस साझेदारी के माध्यम जी एच एच छात्रों को ट्रेनिंग प्रदान करेगा। यह गिट्स का पहला ऐसा करार है जो किसी जर्मन कंपनी के साथ हुआ।
वित्त नियंत्रक बी एल जागीड ने कहा कि यह समझौता उद्योग और शिक्षा के बीच समृद्धि और समृद्धि की नई राहें खोलेगा, जो हमारे युवा पीढ़ी को विश्वस्त और सकारात्मक भविष्य की ओर मोड़ने में मदद करेगा। इस अवसर पर जी एच एच के असिस्टेंट प्रोजेक्ट मैनेजर श्री संजीव शर्मा और ट्रेनिंग एच आर कोऑर्डिनेटर श्री आकाश मिश्रा एवं गिट्स की ओर से मेकैनिकल इंजीनियरिंग विभागाध्यक्ष डॉ दीपक पालीवाल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभागाध्यक्ष डॉ रौनक जागीड सहित पूरा गिट्स परिवार उपस्थित था।