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MLSU के इंजीनियरिंग एंव टेक्नोलॉजी के बाद प्रबंधन के पाठ्यक्रम के लिए AICTE से स्वीकृत              

विश्वविद्यालय का प्रबंध अध्ययन संकाय देश के प्रतिष्ठित संस्थाओ में गिना जाता है

 

राजस्थान का एक मात्र राज्यपोषित विश्वविद्यालय है जिसके एमबीए पाठ्यक्रम एआईसीटीई मान्यता प्राप्त है

मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय को इंजीनियरिंग एवं टेक्नोलॉजी के बाद अब प्रबंधन के पाठ्यक्रम के लिए भी अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) से स्वीकृति प्राप्त हो गई है। कुलपति प्रोफेसर अमेरिका सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय में प्रबंधन का पाठ्यक्रम पिछले तीन दशक से संचालित है। वर्तमान में एमबीए, एमबीए ई-कॉमर्स, एमबीए एफएसएम, संचालित किए जा रहे हैं लेकिन इस वर्ष तीनो कोर्स में  60-60 सीटों की अनुमति एआईसीटीई से मांगी गई थी जो आज प्राप्त हो गई है।

विश्वविद्यालय का प्रबंध अध्ययन संकाय देश के प्रतिष्ठित संस्थाओ में गिना जाता है। एफएमएस के निदेशक प्रोफ़ेसर हनुमान प्रसाद ने बताया कि 2011 तक यह अनुमति ली जाती थी लेकिन इस बार कुलपति प्रो सिंह के  नेतृत्व में पुनः स्वीकृति ली गई है। इससे संकाय की साख एवं प्लेसमेंट दोनों में उत्तरोत्तर प्रगति होगी तथा विद्यार्थियो को बेहतरीन प्लेसमेंट अवसर उपलब्ध होंगे। प्रायः प्लेसमेंट कंपनीज द्वारा इस मान्यता के बारे में जानकारी नियुक्ति देने एवम पैकेज निर्धारण से पूर्व ली जाती है।

यह स्वीकृति इस बात का भी प्रमाण है की यह संस्थान अध्ययन एवम आधारभूत सुविधाओं के मामले में राष्ट्रिय मानकों पर खरा उतरता है। संभवतः यह राजस्थान का एक मात्र राज्यपोषित विश्वविद्यालय है जिसके एमबीए पाठ्यक्रम एआईसीटीई मान्यता प्राप्त है।

मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय द्वारा शनिवार को गेस्ट हाउस में आयोजित आज 11 वें टीकाकरण शिविर में से अधिक लोगों को कोविशिल्ड टीका लगाया गया।  

कुलपति सिंह ने मेडिकल टीम और जिला प्रशासन का शुक्रिया अदा किया और परोपकार को सबसे बड़ा धर्म तथा विश्व महामारी में सबसे बड़ी आवश्यकता बताया है। इस कैंप में विश्वविद्यालय के कर्मचारी, पेंशनर, उनके परिजन, विद्यार्थी और आम नागरिकों ने बढ चढकर हिस्सा लिया। विश्वविद्यालय ने जिला प्रशासन सेे यह आग्रह किया है कि विश्वविद्यालय में एक अस्थायी टीकाकरण केन्द्र खोला जाये जिसमें 24 घंटे सातों दिन कोई भी व्यक्ति आकर टीके का लाभ ले सकता है।

कुलपति प्रो सिंह ने कहा कि राजस्थान सरकार की गाईड लाईन के अनुसार 24 जुलाई से अंतिम परीक्षाएं आयोजित की जानी है। तब तक समस्त विद्यार्थी एवं उनके परिजन एवं विश्वविद्यालय के समस्त स्टाफ मेंबर्स को कोविड वेक्सीनेशन की प्रथम डोज लग जानी चाहिए। कुलपति ने समस्त लोगों स्टाफ को जिला प्रशासन को इस कार्य के लिये धन्यवाद दिया है। शिविर में मेडीकल टीम के द्वारा 900 से अधिक लोगों का टीकाकरण किया गया। कुलपति की इच्छानुसार सामाजिक सरोकार के अन्तर्गत भविष्य में भी टीकाकरण शिविरों का लगातार आयोजन किया जायेगा। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से भूपेश रावल एवम  रोवर्स क्लब के डाॅ खुशपाल गर्ग और सभी विद्यार्थियों ने सहयोग किया ।