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CBSE Exams: एक्सपर्ट्स की राय, लाइन खींचने-मार्जिन के नहीं मिलते मार्क्स

प्रैक्टिस से दूर करें एग्जाम का डर

 

उदयपुर, 7 फरवरी 2024। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (CBSE) की बोर्ड परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू हो रही हैं। यानी परीक्षा में अब करीब एक हफ्ते का ही समय बचा है। वहीं जब छात्र परीक्षा के दिन काफी घबरा जाते हैं सोचते हैं कि काश परीक्षा को हल करने के लिए थोड़ा एक्स्ट्रा समय मिल जाए, लेकिन वह ये भूल जाते हैं कि जो समय उन्हें बोर्ड की ओर से मिला है उसका सही तरह से उपयोग कैसे किया जाए। जी हां हम बात कर रहे हैं परीक्षा लिखने से पहले दिए जाने वाले 15 मिनट के बारे में। जो सिर्फ प्रश्न पत्र पढ़ने के लिए दिए जाते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं कैसे इस समय का सही इस्तेमाल करना है।

अपनी तैयारी के अनुसार पेपर का विश्लेषण करें

एक्सपर्ट के अनुसार पेपर मिलते ही लिखने के बजाय पहले 15 मिनट रीडिंग करें। इसमें जो प्रश्न सबसे अच्छे से आते हैं, उन्हें मार्क कर लें। इसके बाद में समय खराब नहीं होगा। आपको उन प्रश्नों को मार्क करना होगा जिनका उत्तर आप बिना रुके दे सकते हैं। उन प्रश्नों को भी मार्क करें, जिनका उत्तर आप पूरी तरह से नहीं जानते हैं, ताकि परीक्षा लिखते समय आप उन पर समय बर्बाद न करें। ऐसे प्रश्नों को आप अंत में हल कर सकते हैं।

लबे-लंबे उत्तर लिखने गलत

कई छात्रों में यह धारणा होती है कि लंबे-लंबे उत्तर लिखने और ज्यादा कॉपी भरने से उन्हें ज्यादा अंक मिलेंगे। जबकि यह धारणा गलत है। एक प्रभावी उत्तर वही होता है, जिसमें कम से कम शब्दों का उपयोग कर प्रश्न का सटीक उत्तर दिया गया हो। लिखे गये उत्तर को एक बार पढ़ कर देखें कि उसमें कोई महत्वपूर्ण बिंदु छूट तो नहीं गया है। 

ओवर राइटिंग से बचें। बड़े प्रश्नों में पॉइंटर्स में आंसर लिखें। इससे अच्छे मार्क्स मिलते हैं। सब हैडिंग डालें। स्पेलिंग और ग्रामर की गलतियां करने से बचें। आंसर को उदाहरण के साथ लिखें।

लंबे उत्तरों को करें समराइज

अक्सर देखा जाता है लंबे उत्तरों को याद करने में छात्र कठिनाई महसूस करते हैं। ऐसे उत्तरों को याद करने का सबसे आसान उपाय है कि आप उन्हें समराइज कर लें। यानी उत्तर में लिखी गयी बातों के प्वॉइंट तैयार करें और गिन लें कि किसी लंबे उत्तर के आपने कितने प्वॉइंटर तैयार किये हैं।लिखते समय इन प्वॉइंटरों को भाषा का रूप दे दें।

पैटर्न के अनुसार तैयारी करें

बीते कुछ वर्षों में बोर्ड परीक्षा के पैटर्न में कई परिवर्तन किये गये। ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि आप इस वर्ष की बोर्ड परीक्षा के पैटर्न को अच्छे से समझ लें। किस विषय में कितने लांग, कितने शॉर्ट व कितने बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जायेंगे, आपको इस बात की स्पष्ट जानकारी होनी चाहिए। किस पेपर में कितने खंड होंगे, यह भी आपको पता होना चाहिए। 

मैथ्स, फिजिक्स, अकाउंट्स जैसे विषयों में स्टेप के हिसाब से आंसर मिलते हैं। शॉर्ट ट्रिक से आंसर नहीं लिखें। मैथ्स के फॉर्मूले के भी मार्क्स दिए जाते हैं। सही प्रेजेंटेशन के पूरे मार्क्स मिलते हैं। कई बार आंसर सही हो, लेकिन शॉर्ट ट्रिक से किया हो तो मार्क्स कट जाते हैं। डायग्राम पेन के बजाय पेंसिल से बनाएं। 

कॉपी को प्रजेंटेबल बनानी चाहिए 

एक्सपर्ट के मुताबिक स्टूडेंट्स को अपनी कॉपी प्रजेंटेबल बनानी चाहिए। प्रजेंटेबल का मतलब ये नहीं कि कॉपी में अपनी भावनाएं व्यक्त करें। आसान भाषा में ऐसी कॉपी लिखें, जो रीडेबल हो। वैल्यूअर्स के पास एक साथ कई कॉपी चेक करने को आती हैं। ऐसे में अगर उसके लिए अच्छी हैंडराइटिंग और आसान भाषा में कॉपी लिखी जाए तो वो इंट्रेस्ट से कॉपी चेक करता है।