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राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 पर पांच दिवसीय फेकल्टी डवलपमेंट प्रोग्राम का शुभारम्भ

 

जीवन में आगे बढने सफलता पाने के लिए एक बेहतर शिक्षा परम आवश्यक हैं। जो व्यक्ति के आत्मविश्वास और उसके व्यक्तित्व के निर्माण में योगदान करती हैं। देश के युवाओं में नई शिक्षा के प्रति अलख जगाने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 पर गीतांजली इन्स्टिटियूट ऑफ टेक्नीकल स्टडीज डबोक उदयपुर (गिट्स), के एम.बी.ए. विभाग के तत्वाधान में 05 दिवसीय फेकल्टी डवलपमेंट प्रोग्राम का शुभारम्भ हुआ।

संस्थान के निदेशक डॉ. एन. एस. राठौड ने नई शिक्षा नीति पर आधारित फेकल्टी डवलपमेंट प्रोग्राम के दौरान उदयपुर सम्भाग के विभिन्न विद्यालयों एवं महाविद्यालयों से पधारे हुए अतिथियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज देश में तकरीबन 1000 विश्वविद्यालय एवं 42 हजार कॉलेज हैं फिर भी हम विश्व के टॉप 250 बेस्ट कॉलेज में जगह बनाने में असफल रहे हैं। 33 प्रतिशत युथ इनइक्वीटी के साथ 67 प्रतिशत यूथ जिनकी उम्र 30 साल से कम हैं।

आज  भी अच्छी शिक्षा को तरस रहे हैं। इन्ही खामियों को दूर करने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 का पदार्पण हुआ हैं। जिसका उद्देश्य छात्रों की रटने की प्रवृति को खतम करके उनके सर्वांगीण विकास पर ध्यान देना हैं। अब छात्र अपने रूचि के हिसाब से अपने विषय चुन सकेंगे। श्री राठौड ने कहा कि सिर्फ नई शिक्षा नीति अपनाने मात्र से ही सब समस्याओं का हल नहीं हो जायेगा। अध्यापकों को बच्चों के अन्दर राइट टाइप अवेरनेस के साथ-साथ इन्टीग्रेटेड डवलपमेंट एप्रोच को अपनाना होगा। डिजीटल तकनीकी एवं चेट जिबीटी के इस जमाने में प्रोम्प्ट इन्जिनियरिंग को अपनाना होगा।  तभी हम विकसित देशों के साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर चल सकेंगे।

एम.बी.ए. निदेशक डॉ. पी.के. जैन ने शिक्षा के क्षेत्र में सरकारी उदासीनता के बारे में बात करते हुए कहा कि हमारे देश में जी.डी.पी. का 6 प्रतिशत शिक्षा के क्षेत्र में खर्च होना था लेकिन 1.9 प्रतिशत ही शिक्षा के क्षेत्र में खर्चा हो रहा हैं। एम.बी.ए. विभागाध्यक्ष डॉ. हर्षिता श्रीमाली के अनुसार इस फेकल्टी डवलपमेंट प्रोग्राम में गुडगांव के एम.डी.आई. के पूर्व निदेशक श्री सी.पी. श्रीमाली, एफ.एम.एस. उदयपुर के प्रो. हनुमान प्रसाद एवं एम.एल.एस.यू. पूर्व डीन सीमा मलिक जैसी दिग्गज हस्तियां इस प्रोग्राम में नई शिक्षा नीति पर अपने विचार साझा करेंगे। इस कार्यक्रम में वित्त नियंत्रक बी.एल. जांगिड सहित पूरा गीतांजली परिवार उपस्थित था।