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गीतांजलि इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी ने कोरोना जागरूकता पर किया ऑनलाइन प्रतियोगिता का आयोजन

ऑनलाइन पंजीकरण द्वारा कक्षा 11 व 12 के राज्यभार से करीब एक हज़ार से अधिक छात्रो ने आवेदन किया

 

इस महामारी से लड़ने के लिए आवश्यक जानकारी व जागरूकता एक अहम् हथियार है

भारत और राजस्थान में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर का भयावह रूप सर्वविदित है। इस महामारी से लड़ने के लिए आवश्यक जानकारी व जागरूकता एक अहम् हथियार है।  वैज्ञानिक अधययनो के आधार पर महामारी की तीसरी लहर की संभावना व्यक्त की जा रही है और इस तीसरी लहर में टीकाकरण के आभाव में अट्ठारह वर्ष से कम उम्र के बच्चो पर व्यापक प्रभाव पड़ने की आशंका है। 

इस महामारी से लड़ने के लिए आवश्यक जानकारी व जागरूकता एक अहम् हथियार है। इसी परिप्रेक्ष्य में स्कूल के बच्चो में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से गीतांजलि इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मेसी व अमेरिका की प्रतिष्ठित इस्पोर सोसाइटी के गीतांजलि यूनिवर्सिटी-स्टूडेंट चैप्टर के सयुंक्त तत्वाधान में रविवार को एक ऑनलाइन प्रश्नोत्त्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। 

ऑनलाइन पंजीकरण द्वारा कक्षा 11 व 12 के राज्यभार से करीब एक हज़ार से अधिक छात्रो ने आवेदन किया। संस्थान के प्रिन्सिपल डॉ. महेंद्र सिंह राठौड के अनुसार, कोविड 19 की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए छात्रो को महामारी एवं वैक्सीन से जुड़ी जानकारी प्रदान करने ओर उन्हे जागरूक करने की एक महती आवश्यकता है

आयोजक डॉ. नरेंद्र परिहार एवं घनश्याम सेवक के अनुसार सभी छात्रो ने पूरे उत्साह के साथ प्रतियोगिता मे भाग लिया, जिसमे 50 बहुविकल्पीय प्रश्न हिन्दी तथा अंग्रेजी माध्यम मे पूछे गए। प्रतियोगिता से पहले बच्चो को इससे संबन्धित पाठ्य सामाग्री भी उपलब्ध कारवाई गई। प्रतियोगिता के संचालन मे श्रीमति भव्या दशोरा व श्रीमति संतोष कीतावत का सक्रिय योगदान रहा।

ऑनलाइन प्रश्नोत्त्तरी प्रतियोगिता के कोऑर्डिनेटर यशपाल सिंह चौहान ने बताया की प्रतियोगिता मे हिन्दी माध्यम से नेहा गुर्जर सादडी, पाली ने प्रथम, बाबूलाल प्रजापत भंगिवारा, चुरू ने द्वितीय, व डिम्पल कुमारी, बिजावा पाली तृतीय स्थान प्राप्त किया वही अँग्रेजी माध्यम से संजय देवासी, जबुंदा पाली ने प्रथम, पुष्पा देवासी, रुंगड़ी पाली ने द्वितीय व तनिष नागदा, केलाशपूरी उदयपुर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।

श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले सभी छात्रों व प्रतिभागी छात्रो को गीतांजलि इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मेसी के प्रिन्सिपल डॉ महेंद्र सिंह राठौड ने उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामना दी।