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GITS में उपभोक्ता अधिकारों व उत्पादों की गुणवत्ता के प्रति छात्रों को किया जागरूक

भारतीय मानक लेखन प्रतियोगिता के द्वारा उपभोक्ता अधिकारों व उत्पादों की गुणवत्ता के प्रति छात्र-छात्राओं को किया जागरूक

 

गीतांजली इन्स्टिटियूट ऑफ़ टेक्नीकल स्टडीज, डबोक, उदयपुर में छात्र छात्राओं को भारतीय मानक लेखन प्रतियोगिता के द्वारा उपभोक्ता अधिकारों व उत्पादों की गुणवत्ता के प्रति को जागरूक किया।

संस्थान के निदेशक डाॅ. एन. एस. राठौड ने उपभोक्ताओं के अधिकारों के बारे में बताते हुए कहा कि बढती हुई जनसंख्या के साथ साथ विश्व में उत्पादों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हो रही हैं। ऐसे में गुणवत्ता के प्रति सभी को सचेत होने की जरूरत हैं। इसलिए भारतीय मानक ब्यूरों की ओर से बनाये गये उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम और भारतीय मानक ब्यूरों की कार्यप्रणाली से सभी को अवगत होना चाहिए और साथ ही साथ भ्रामक विज्ञापनों के प्रति सचेत रहना चाहिए। 

दैनिक जीवन में रूबरू होने वाली भौतिक अशुद्धियों से लडने में युवा अच्छी भूमिका निभा सकते हैं। क्योंकि आज देश की लगभग 85 करोड आबादी 30 वर्ष के नीचे की हैं। ऐसे में युवा क्वालिटी के मिशन को पूरा करने में अपना सराहनीय योगदान प्रदान कर सकते हैं। इन्हीं युवाओं के ज्ञान, प्रतिभा, स्किल को उत्पादों के गुणवत्ता के प्रति बढाने हेतु इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम के संयोजक डाॅ. विजेन्द्र कुमार मौर्य के अनुसार इस मानक लेखन प्रतियोगिता में छात्र छात्राओं ने ब-सजय च-सजयकर हिस्सा लिया। जिसमें उत्कृष्ट लेखन करने वाले विद्यार्थी मनीष कुमार एवं विनोद रेगर को प्रथम पुरूस्कार, खुशाल कुमार एवं बलवीर कुमार को द्वितीय पुरूस्कार और निशिता टांक एवं कृतिका कृष्णावत को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया।

संस्थान के वित्त नियंत्रक श्री बी.एल. जांगिड़ एवं डीन एकेडमिक डाॅ. मनीष वर्मा द्वारा सभी विजेता विद्यार्थियों को नगद पुरूस्कार, सर्टिफिकेट एवं ट्राॅफी देकर सम्मानित किया गया। धन्यवाद ज्ञापन असिस्टेंट प्रोफेसर डेनिस जांगिड द्वारा तथा संचालन असिस्टेंट प्रोफेसर शैलजा राणावत द्वारा किया गया। इस अवसर पर भारतीय मानक ब्यूरों जयपुर शाखा के प्रतिनिधि एस.पी.ओ. राजेन्द्र कुमार मीणा, आशुतोष उदावत एवं श्रीमति बरखा पारीख कार्यक्रम में उपस्थित रहें।