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लिखा जाएगा सुखाड़िया विश्विद्यालय का इतिहास

जन मानस के पास मौजूद दस्तावेजों को भी किया जाएगा शामिल

 

सभी विभागों से दस्तावेज किए जाएंगे एकत्र

मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के कुलपति  प्रो अमेरिका सिंह की पहल पर विश्वविद्यालय का इतिहास लिखने का कार्य शीघ्र शुरू होगा। प्रवक्ता डॉ कुंजन आचार्य ने बताया कि मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय का एक समृद्ध इतिहास रहा है इसको पुस्तक आकार में लिखने एवं संजोने के लिए कुलपति प्रो सिंह ने पहल करते हुए एक समिति का गठन किया है, जो इतिहास लेखन का कार्य करेगी। इसके लिए सभी विभागों से दस्तावेज एकत्र किए जा रहे हैं। यदि शहर एवं शहर के बाहर किसी व्यक्ति या शिक्षाविद के पास विश्वविद्यालय से जुड़ा कोई ऐतिहासिक दस्तावेज, पत्र या तथ्य उपलब्ध हो जो कि इस इतिहास लेखन में शामिल किया जा सके तो वह पुस्तक लेखन समिति के समन्वयक प्रोफेसर एसके कटारिया को skkataria64@rediffmail.com पते पर मेल कर सकते हैं।

मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के बैंकिंग और व्यवसायिक अर्थशास्त्र विभाग द्वारा "परिवर्तनशील भारत जैविक खेती के लिए प्रशिक्षण और बाजार पहुंच" नामक प्रोजेक्ट का उद्घाटन 10 दिसम्बर को होगा। रूसा द्वारा प्रायोजित और वित्त पोषित है इस परियोजना का उद्घाटन मोहन लाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अमेरिका सिंह करेंगे। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता विस्तार शिक्षा निदेशालय के निदेशक प्रोफेसर एसके शर्मा होंगे।  मुख्य अतिथि कॉमर्स कॉलेज के डीन प्रोफेसर पी के सिंह, डीन होंगे। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में जैविक उत्पादों के लिए जैविक खेती और बाजार पहुंच के बारे में प्रशिक्षण प्रदान करना है।  प्रोजेक्ट की प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर प्रो रेणु जटाना प्रशिक्षण कार्यक्रम की व्यावहारिक जानकारी देंगी।