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राज्यपाल कलराज मिश्र ने नाथद्वारा में MLSU के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का शिलान्यास किया

शिक्षा में अकादमिक कार्यों के साथ ही संस्थागत विकास और विस्तार भी जरूरी- राज्यपाल


 
 

एजुकेशन में एक्सटेंशन की दिशा में चिंतन आज की सबसे बड़ी जरूरत- सीपी जोशी


 

राज्यपाल एवम कुलाधिपति कलराज मिश्र ने गुरुवार को मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के नए विस्तारित परिसर के रूप में श्रीनाथजी पीठ सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का भूमिपूजन और  शिलान्यास किया। यह परिसर प्रसिद्ध वैष्णवतीर्थ नाथद्वारा के पास स्थित बिलोता गांव में 24 अकड़ भूमि पर बनेगा जो कि विश्वविद्यालय के नार्थ कैम्पस के तौर पर जाना जाएगा। बिलोता में श्रीनाथजी पीठ सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के भूमिपूजन और शिलान्यास के बाद राज्यपाल एवं कुलाधिपति कलराज मिश्र ने कहा कि आज के दौर में नवाचार के माध्यम से कौशल विकास किया जाए शिक्षा सीधे रोजगार से जुड़ जाएगी। विद्यार्थियों को भविष्य के नए द्वार मिलेंगे।

उन्होंने कहा कि शिक्षा में अकादमिक कार्यों के साथ ही संस्थागत विकास और विस्तार भी बहुत जरूरी है और इस परिसर का विस्तार इसी का एक हिस्सा है। मिश्र ने कहा कि विश्वविद्यालय अपने अधीन ऐसे केंद्र विकसित करें जो युवाओं में सकारात्मक ऊर्जा का निर्माण करते हो क्योंकि शिक्षा ही राष्ट्र का निर्माण करती है। राज्यपाल ने कहा कि वैश्विक प्रतिस्पर्धा के दौर में नए शोध और विश्व स्तरीय नवाचारों के लिए भी चिंतन करना चाहिए। उसी के जरिए हम शिक्षा के नए सोपान तय करेंगे। महिला महाविद्यालय खोलने की बात पर राज्यपाल ने प्रसन्नता जाहिर की और कहा कि महिलाएं सृजनकर्ता होती है, संवेदनशीलता की प्रतिमूर्ति होती है। महिलाओं के विकास से ही राष्ट्रीय का विकास संभव है।

राज्यपाल ने कहा कि नाथद्वारा अब तक एक धार्मिक तीर्थ के रूप में जाना जाता रहा है लेकिन यहां विवि में नई पीढ़ी के लिए संस्कृत और वाङ्गमय की शिक्षा शुरू होने के बाद यह एक ज्ञान तीर्थ के रूप में भी पहचाना जाएगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी ने कहा कि आज एजुकेशन में एक्सटेंशन के बारे में सोचने व चिंतन करने का समय आ गया है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी और कई नए विषयों के बारे में ग्रामीण युवाओ और खेतीहर लोगों को भी बताना बहुत जरूरी है।

उन्होंने कहा कि ग्रामीण जनता आज भी नए विषयों एवं नई जानकारियों से वंचित रहती है, उनके लिए भी सरल जानकारी परक पाठ्यक्रम निर्माण किये जाए। उन्होंने महामारी के दौर में ऑनलाइन पढ़ाई की चर्चा करते हुए कहा कि महामारी के पूर्व और महामारी के बाद शिक्षा की एक नई तस्वीर खड़ी होगी लेकिन इसके बीच जो खाई पैदा हुई है उसको क्वांटम जंप के जरिए ही भरा जा सकता है और स्किल डेवलपमेंट इसी का एक हिस्सा है। जोशी ने कहा कि नाथद्वारा क्षेत्र में भी बड़ा आदिवासी समाज है लेकिन आज तक उन्हें टीएसपी का लाभ नहीं मिल पाया। उन्होंने राज्यपाल से आग्रह किया कि इस क्षेत्र के आदिवासियों को भी टीएसपी क्षेत्र का लाभ दिया जाए ताकि उनके रोजगार का नया सृजन हो सके, साथ ही उन्होंने विश्वविद्यालय से कहा कि ऐसे स्किल सेंटर खोले जाए जो खेतीहर किसानों की सप्लीमेंट्री इनकम को बढ़ाती हो।

श्रीनाथ पीठ सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का शिलान्यास वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विद्वान पंडितो के सानिध्य में विधि विधान से पूजन के साथ सम्पन्न हुआ।

मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अमेरिका सिंह ने सभी अतिथियों का पगड़ी और उपरना पहना कर स्वागत किया। स्वागत उद्बोधन में प्रो सिंह ने कहा कि आज जिस परिसर का उद्घाटन हुआ है इसमें विभिन्न प्रकार के नवाचारों से युक्त रोजगार परक पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे। वल्लभ दर्शन, मंदिर प्रबंधन, हवेली संगीत, पिछवाई कला, ज्योतिष सहित भागवत दर्शन के कई कोर्स संचालित होंगे। उन्होंने बताया कि यहां एक श्रीनाथ गैलरी भी बनाई जाएगी, साथ ही वल्लभ दर्शन पर आधारित लाइव शो भी शुरू किया जाएगा।  यहां कौशल विकास केंद्र भी खोला जाएगा जिसमें करीब 25 रोजगार परक पाठ्यक्रम शुरू होंगे। कुलपति ने घोषणा की कि इस नए कैम्पस की शुरुआत अगले साल जुलाई में कर दी जाएगी।

कार्यक्रम में मेवाड़ राजघराने के महाराजकुमार लक्ष्यराजसिंह मेवाड़ ने कहा कि देश मे बालिका शिक्षा की शरुआत सबसे पहले 150 वर्ष पूर्व मेवाड़ में ही हुई थी और आज यहीं पर विश्वविद्यालय के नए परिसर का शिलान्यास होना गौरव और उपलब्धि की बात है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि शिक्षा के बल पर ही भारत नई महाशक्ति बनेगा। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री राजेन्द्र सिंह यादव ने विश्वविद्यालय के नए परिसर के शिलान्यास पर सभी को बधाई देते हुए कहा कि यह गौरव का विषय है कि मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय निरन्तर नवाचार कर रहा है। नए पाठ्यक्रम शुरू किए जा रहे है, यह शुभ संकेत है और नए भविष्य की शुरुआत है।

सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने कहा कि बिलोता में परिसर विस्तार विवि के लिए मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कुलपति से आग्रह किया कि निम्बाहेड़ा में भी विवि का परिसर प्रस्तावित है वहां भी इसी तरह का भव्य आयोजन राज्यपाल और मुख्यमंत्री के सान्निध्य में आयोजित किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रो सीपी जोशी जैसे विद्वान शिक्षाविद और राजनेता के आशीर्वाद से क्षेत्र का चहुमुखी विकास हो रहा है और इस नए परिसर का विस्तार उन्हीं की सकारात्मक सोच का परिणाम है। कार्यक्रम में श्रीनाथ मंदिर मण्डल के प्रमुख सुधाकर शास्त्री ने प्रसाद और उपरने से सभी का स्वागत किया। विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार सीआर देवासी ने मौजूद अतिथियों को पुष्प भेंट कर स्वागत किया। कार्यक्रम के अंत में संस्कृत विभागाध्यक्ष प्रो नीरज शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त किया।

रविन्दनाथ टैगोर संस्थान कपासन के विद्यार्थियों ने शुरू में रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। 

इस अवसर पर राजसमन्द कलेक्टर अरविंद पोसवाल, पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी, पश्चिमी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र की निदेशक किरण सोनी गुप्ता सहित कई अधिकारी औए जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।इससे पूर्व राज्यपाल मिश्र अपने दो दिवसीय दौरे पर गुरुवार सुबह उदयपुर पहुंचे। शुक्रवार को राज्यपाल विश्वविद्यालय के नवनिर्मित प्रवेश द्वार, संविधान पार्क और नए भवनों का उद्धघाटन करेंगे।

संविधान दिवस समारोह के अंतर्गत शुक्रवार को राज्यपाल मिश्र संविधान पार्क का लोकार्पण करेंगे। इसी के साथ विश्वविद्यालय परिसर के नवनिर्मित भव्य मुख्य द्वार, शिक्षा संकाय में डॉ. राधाकृष्णन तथा विधि संकाय में डॉ. राजेंद्र प्रसाद के नाम से नवनिर्मित भवनों का लोकार्पण करेंगे।

मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय ने अपनी साठ वर्षीय विकास यात्रा का इतिहास ग्रंथ प्रकाशित किया है। इस  अवसर पर ग्रंथ का विमोचन तथा लोकार्पण भी किया जाएगा। शुक्रवार को दूसरे दिन के आयोजन में मुख्य अतिथि डॉ. सी.पी. जोशी, माननीय अध्यक्ष, राजस्थान विधानसभा, राजेन्द्र सिंह यादव, माननीय उच्च शिक्षा मंत्री, तथा उदयलाल आंजना सहकारिता मंत्री विशिष्ट अतिथि होंगे