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MLSU 29 वां दीक्षांत समारोह कल, 105 स्वर्ण पदक प्रदान किए जाएंगे 

पहली बार स्वर्ण पदक पदक विजेताओं के साथ होगा राज्यपाल का समूह फोटो


 
 

दीक्षांत रजिस्टर शुरू करने वाला पहला विश्वविद्यालय


 

मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय का 29 वां दीक्षांत समारोह बुधवार सुबह 11 बजे विश्वविद्यालय के विवेकानंद ऑडिटोरियम में ऑनलाइन एवं ऑफलाइन मॉड में आयोजित किया जाएगा। पहली बार ऐसा होगा जिसमें अंतरराष्ट्रीय वक्ता दीक्षांत भाषण देंगे। तैयारियों के तहत मंगलवार शाम को दीक्षांत समारोह का तीन बार पूर्वाभ्यास हुआ। इसके लिए ऑडिटोरियम को भव्य तरीके से सजाया गया है। नवाचारों के तहत दीक्षांत रजिस्टर की शुरुआत भी की जा रही है जो कि अनूठी और पहली बार की जा रही है।

कुलपति प्रोफ़ेसर अमेरिका सिंह ने बताया कि कुलाधिपति एवं राज्यपाल कलराज मिश्र की अध्यक्षता में होने वाले इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री राजेंद्र सिंह यादव होंगे। इस अवसर पर भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के महानिदेशक एवं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के सचिव प्रो बलराम भार्गव तथा मैरीलैंड अमेरिका में उच्च शिक्षण संस्थान के सलाहकार डॉ फ्रैंक एफ इस्लाम दीक्षांत उद्बोधन देंगे। इस बार दो दीक्षांत उद्बोधन होंगे जो कि कोविड पर केंद्रित होंगे। कोविड की दोनों लहर के दौरान के प्रमुख तथ्य और उससे जुड़ी बातों को विद्वान उद्बोधन में रखेंगे।

इस बार का दीक्षांत समारोह अनूठा और विशिष्ट होगा, जिसकी भव्य तैयारियां की गई है। नवाचारों से युक्त होने वाले इस दीक्षांत समारोह में कई नई चीजों की पहल की गई है, जिसमें स्वर्ण पदक विजेताओं का कार्यक्रम के पश्चात माननीय कुलाधिपति के साथ समूह फोटो करवाया जाएगा। समूह फोटो की परंपरा पहली बार शुरू की जा रही है । इसके साथ ही पहली बार दीक्षांत रजिस्टर की शुरुआत भी की जा रही है, जिसमें दीक्षांत अवसर पर दी गई डिग्रियों एवं स्वर्ण पदक विजेताओं की सूचना दर्ज की जाएगी जिस पर माननीय कुलाधिपति अपनी टिप्पणी अंकित करेंगे। यह अपनी तरह की पहल करने वाला पहला विश्वविद्यालय है।

इसके साथ ही ऑडिटोरियम के प्रांगण में हस्तशिल्प, लोक कलाओं और पुस्तकों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी जो कि मुख्य आकर्षण का केंद्र होगी। दीक्षांत समारोह के लिए पूरे सभागार को भव्य तरीके से सुसज्जित किया गया है। मंगलवार को दीक्षांत समारोह का तीन बार पूर्वाभ्यास हुआ जिसमें भूगोल विभाग के सेवानिवृत्त प्रोफेसर पीआर व्यास ने मॉक रिहर्सल में  राज्यपाल की भूमिका का निर्वहन किया। दीक्षांत समारोह की सारी तैयारियों में हर चीज का बारीकी से ध्यान रखा गया है।

इस बार दीक्षांत समारोह में कुल 105 स्वर्ण पदक प्रदान किए जाएंगे जिसमें कुल 51 छात्राएं गोल्ड मेडल प्राप्त करेंगी।

इनमें 8 विद्यार्थियों को चांसलर मेडल मिलेगा जिसमे 4 छात्राएं है। 89 विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक और 8 विद्यार्थियों को प्रायोजित मेडल प्रदान किए जाएंगे। इसमें 74 विद्यार्थी उपस्थित होकर पदक प्राप्त करेंगे।

दीक्षांत समारोह में 180 पीएचडी उपाधि धारकों को डिग्री प्रदान की जाएगी। इसमें विज्ञान संकाय में 28(11 छात्राएं), वाणिज्य संकाय 22(8 छात्राएं), विधि संकाय में 3(1 छात्रा), पृथ्वी पृथ्वी विज्ञान संकाय में 17(3 छात्राएं), सामाजिक विज्ञान संकाय में 36(19 छात्राएं), शिक्षा संकाय में 22(15 छात्राएं), प्रबंध अध्ययन संकाय में 13(2 छात्राएं), मानविकी संकाय में 39 (20 छात्राएं),को डिग्री प्रदान की जाएगी। इसमें 149 विद्यार्थी स्वयं उपस्थित होकर अपनी पीएचडी की डिग्री प्राप्त करेंगे।

उपरोक्त विद्यार्थियों को सभागार में डिग्री एवं पदक प्रदान किए जाएंगे साथ ही गत शैक्षणिक सत्र में उत्तीर्ण हुए 45861 स्नातक एवं 13132 स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान करने का अनुमोदन कुलाधिपति द्वारा किया जाएगा। इसमें विज्ञान संकाय में 4382 स्नातक 866 स्नातकोत्तर, वाणिज्य संकाय में 5573 स्नातक 3361 स्नातकोत्तर, विधि संकाय में 1131 स्नातक 121 स्नातकोत्तर, कला संकाय में 27108 स्नातक 8499 स्नातकोत्तर, शिक्षा संकाय में 7667 स्नातक 39 स्नातकोत्तर तथा प्रबंध अध्ययन संकाय में 246 विद्यार्थियों को स्नातकोत्तर की डिग्री का अनुमोदन किया जाएगा।