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MPUAT के कुलपति को डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन शिक्षाविद् सम्मान

डॉ. कर्नाटक को यह सम्मान शिक्षण और अनुसन्धान को बढ़ावा देने में उनके कर्मनिष्ठ प्रयासों के लिए प्रदान किया गया
 

उदयपुर 14 मार्च 2024 । महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MPUAT) के कुलपति डॉ. अजीत कुमार कर्नाटक को 11 मार्च 2024 को गीता विश्वविद्यालय पानीपत (हरियाणा) में प्लान्टिका, पादप विज्ञान अनुसंधानकर्ता संघ देहरादून द्वारा आयोजित छठी पादप विज्ञान शोधकर्ताओं की बैठक में ‘‘डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन शिक्षाविद् सम्मान‘‘ प्रदान किया गया। 

डॉ. कर्नाटक को यह सम्मान शिक्षण और अनुसन्धान को बढ़ावा देने में उनके कर्मनिष्ठ प्रयासों के लिए प्रदान किया गया। डॉ कर्नाटक ने एक शिक्षाविद् के रूप में आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय अयोध्या (उत्तर प्रदेश) से अपनी जीवन-यात्रा आरम्भ कर जी. बी. पन्त कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पन्तनगर में लम्बे समय तक अध्यापन, शोध और प्रसार कार्य किया। 

पन्तनगर विश्वविद्यालय में इन्होंने अनेक पदों पर रहते हुए प्रशासनिक एवं छात्र कल्याण कार्यों का निर्वहन किया। अक्टूबर 2022 में एमपीयूएटी के कुलपति का कार्यभार ग्रहण करने से पूर्व डॉ. कर्नाटक ने वीर चंद्र सिंह गढ़वाली उत्तराखंड उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, भरसार (उत्तराखंड) तथा देहरादून विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में कार्य किया है। 

डॉ कर्नाटक के निर्देशन में एमपीयूएटी प्रदेश के समस्त विश्वविद्यालयों में अपना प्रथम स्थान बनाए हुए है। विश्वविद्यालय ने उनके कार्यकाल में दोहरी उपाधि और उच्च डिग्री अनुसंधान के लिए वेस्टर्न सिडनी विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रेलिया से अनुबन्ध के साथ साथ सेंट्रल लूजॉन स्टेट यूनिवर्सिटी, फिलिपींस जैसी ख्यातिनाम संस्थाओं सहित 19 अकादमिक व व्यावसायिक संस्थानो के साथ द्विपक्षीय समझोते ज्ञापित कर एमपीयूएटी में शिक्षण व शोध को नई दिशा प्रदान की है। इसी काल में एमपीयूएटी को 13 तकनीक व डिजाइन विकसित करने हेतु पेटेंट भी प्राप्त हुए हैं। यहां के शोध परिणाम अब तक के उच्चतम 71 स्कोपस एच-इंडेक्स और 85 गूगल स्कॉलर एच-इंडेक्स के साथ सुस्पष्ट हैं।

गीता विश्वविद्यालय, सोनीपत में आयोजित सम्मान समारोह में वहाॅं के कुलाधिपति एस. पी. बंसल, प्रो-चांसलर अंकुश बंसल व प्रो. गुलशन चौहान, प्लान्टिका के अध्यक्ष डॉ. अनूप बदोनी सहित 350 के अधिक राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय वैज्ञानिक, प्रसार अधिकारी, उद्यमी एवं उद्योगकर्मी उपस्थित थे। एमपीयूएटी के प्राध्यापकों ने अपने कुलपति डॉ. अजीत कुमार कर्नाटक को बधाई देते हुए इनके संरक्षण में हो रही प्रगति पर हर्ष व्यक्त किया है।