संगम विश्वविद्यालय में काॅमन सेन्स विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार संपन्न
उद्घाटन में एमएलसयू उदयपुर कुलपति तथा राजस्थान युनिवर्सिटी जयपुर की कुलपति ने किया शिरकत
संगम विश्वविद्यालय, भीलवाड़ा और मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन दिनांक 5 और 6 जनवरी 2024 को संगम विश्वविद्यालय परिसर में किया गया। सेमिनार में मुख्य अतिथि प्रो. अल्पना कटेजा, वाइस चांसलर, राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर जबकि अध्यक्ष प्रो. सुनीता मिश्रा, वाइस चांसलर, मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर थीं। प्रो.अल्पना कटेजा ने सेमिनार की सराहना करते हुए इसे अत्यंत प्रभावशाली बताया। प्रो. सुनीता मिश्रा ने कहा कि यह सेमिनार आत्मनिभर्र भारत के सृजन तथा नवीन राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू करने में एक प्रेरणा स्रोत की भूमिका निभाएगी।
सेमिनार में देश के विभिन्न राज्यों से कुल 104 प्रतिभागियों के शोध पेपर प्राप्त हुए जिनमें चयनित 25 प्रतिभागियों को शोधपत्र वाचन का अवसर हाइब्रिड मोड में दिया गया। सेमिनार के विशिष्ट अतिथि प्रो. सीआर सुथार ने काॅमन सेन्स को वतर्मान पीढ़ी के लिए अत्यंत आवश्यक बताते हुए इसे औपचारिक शिक्षा के साथ जोडे़ जाने की आवश्यकता पर बल दिया। संगम विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रो. करुणेश सक्सेना ने बताया कि इस सेमिनार के माध्यम से विभिन्न विचारकों को काॅमन सेन्स विषय पर वैचारिक मंथन करने का अवसर सुलभ हो सका।
सेमिनार के प्रथम दिन नई दिल्ली की साइकोलाॅजिस्ट प्रियंवदा श्रीवास्तव ने काॅमन सेन्स के जरिए चरित्र निमार्ण विषय पर आख्यान प्रस्तुत किया। प्रो.अरविन्द महला एवं प्रो. राजेन्द्र मिश्रा ने काॅमन सेन्स के मनो-सामाजिक पहलुओं पर अपने आख्यान प्रस्तुत किए।
सेमिनार के दूसरे दिन के प्रथम सत्र में प्रो. रश्मि सक्सेना द्वारा वैज्ञानिक सोच को विकसित करने के संबन्ध में आख्यान दिया गया जिसमें उन्होंने संसाधनों के विवेकपूर्ण इस्तेमाल तथा ऊर्जा संरक्षण के द्वारा हमारी बेहतर भविष्य की संकल्पना को साकार करने का मूलमंत्र दिया। दूसरे सत्र में एमएलएसयू के प्रो.सुरेन्द्र कुमार कटारिया द्वारा मेडिकल एण्ड हैल्थ इमरजेन्सी पर वकर्शाॅप का आयोजन किया गया। प्रो.करुणेश सक्सेना, प्रो– वाइस चांसलर प्रो. मानस रंजन पाणिग्रही तथा रजिस्ट्रार प्रो. राजीव मेहता द्वारा सेमिनार में पधारे विशिष्ट अतिथियों यथा प्रो.सीआर सुथार, प्रो. रश्मि सक्सेना, प्रो.अरविन्द महला एवं प्रो.सुरेन्द्र कुमार कटारिया का सम्मान किया गया।समापन समारोह में सेमिनार के प्रतिभागियों एवं कायर्कत्तार्ओं को प्रमाण-पत्र वितरित किए गए। डाॅ.जोरावर सिंह राणावत द्वारा सेमिनार पर रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। एमएलएसयू के डाॅ. गिरिराज सिंह चैहान एवं संगम विश्वविद्यालय की आईक्यूएसी हैड प्रो. प्रीति मेहता ने सेमिनार में पधारे समस्त अतिथियों एवं प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। संगम विश्वविद्यालय के वाइस प्रेसिडेन्ट प्रो.करुणेश सक्सेना द्वारा सेमिनार के आधिकारिक समापन की घोषणा की गई।