सीए- फाउंडेशन, इंटरमीडिएट व फाइनल सिलेबस में बदलाव
75वे स्थापना दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सीए का सिलेबस लॉन्च किया
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दो-दो पेपर हटाए,कोर्स अब सिर्फ साढ़े तीन साल में पूरा होगा
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CA फाउंडेशन का रजिस्ट्रेशन चार साल वैध
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CA Inter में अब 6 ही पेपर होंगे
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पेपर 1-5 को मिलाकर एक पेपर एडवांस अकाउंटिंग होगा
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पेपर 7 व 8 को मिलाकर फाइनेंशियल मैनेजमेंट व स्ट्रेटेजिक मैनेजमेंट के नाम से पेपर 6 होगा
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CA Inter के सभी पेपर में 30% सवाल मल्टीपल चॉइस;. गलत जवाब में 0.25 अंक कटेंगे
इंस्टिट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड एकाउंटेंट ऑफ़ इंडिया (ICFAI) ने नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति (New Education Policy - NEP) के हिसाब से कोर्स में बदलाव किए हैं। अब CA कोर्स साढ़े तीन साल में पूरा होगा। अभी 41/2 - 5 साल लगते है।
सर्टिफिकेट ऑफ़ प्रैक्टिस (CoP) चाहिए तो कोर्स के बाद एक साल CA फर्म में काम करना होगा। सीए फाउंडेशन का रजिस्ट्रेशन चार साल ही वैध होगा, रिन्यू नही होगा। अभी तीन साल बाद रिन्यू की छुट थी। आर्टिकल्सशिप भी दो साल की होगी।
फाउंडेशन में दो विषय बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट एंड रिपोर्टिंग और बिजनेस एंड कमर्शियल नॉलेज हटा दिए गये है, लेकिन पेपर चार ही देने होंगे। इंटरमीडिएट व फाइनल लेवल में 8-8 के बजाय 6-6 पेपर होंगे। शनिवार को ICAI के 75वे स्थापना दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने CA का नया सिलेबस लॉन्च किया। CA के रजिस्ट्रेशन 2 अगस्त से होंगे।
ये बदलाव
- मल्टीपल चॉइस के सवाल गलत होने पर अंक कटेंगे
- संविधान, मनोविज्ञान जेसे विषयों को खुद पढ़कर 50% अंक लाने होंगे। फाइनल स्कोर में इनके अंक नही जुड़ेंगे, लेकिन इनमे पास होने पर ही इंटरमीडिएट व आर्टिकलशिप के बाद फाइनल परीक्षा में बैठ सकेंगे।
- फाउंडेशन के हर पेपर में पास होने के लिए 50% अंक लाने होंगे। अभी 40% पर पास हो जाते थे। पेपर 3 और 4 में मल्टीपल चॉइस सवालों के गलत जवाब देने पर 0.25 अंक कटेंगे।
- इंटरमीडिएट में रजिस्ट्रेशन के बाद 8 माह पढ़ना होगा,इसके बाद परीक्षा दे संकेंगे।
दो पेपर में दो विषय समूह,हरेक में एक-एक चुनना होगा
फाइनल के पेपर 4 व 5 को हटा दिया है। दोनों पेपर को सेल्फ बेस्ड मॉड्यूल के रूप में शामिल किया गया है। इसमें चार पेपर पढ़ने होंगे। इनकी ऑनलाइन परीक्षा होगी। सभी पेपर में 50% अंक लाना जरुरी होगा, तभी फाइनल परीक्षा में बैठ सकेंगे। पहले दो पेपर इकॉनोमिक लॉ और स्ट्रेटेजिक कोस्ट मैनेजमेंट है, जो पहले फाइनल में पढ़ाए जाते थे, लेकिन बचे दो पेपर के लिए दो विषय समूह है जिनमे से हरेक में से एक-एक चुनना होगा। एक सेट में फॉरेंसिक ऑडिट, इंटरनेशनल टैक्सेशन व रिस्क मैनेजमेंट जेसे विषय है तो दूसरे सेट में भारतीय संविधान, मनोविज्ञान, दर्शन शास्त्र, उद्यमिता और संचार जेसे विषयों में से कोई एक विषय पढ़ना होगा।