प्रो. बी.एल. वर्मा ने MPUAT के VC पद का कार्यभार ग्रहण किया
निवर्तमान कुलगुरु डॉ अजीत कुमार कर्नाटक को दी भावभीनी विदाई
उदयपुर 16 अक्टूबर 2025। वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय कोटा के कुलगुरु प्रो. बी.एल. वर्मा ने 15 अक्टूबर 2025 को कुलगुरु कार्यालय में अपराह्न 4 बजे शुभ मुहूर्त में महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय उदयपुर के कुलगुरु का अतिरिक्त कार्यभार संभाल लिया।
प्रो. वर्मा के एम.पी.यु.ए.टी. कुलगुरु पद का कार्यभार ग्रहण करने के अवसर पर निवर्तमान कुलगुरु डॉ अजीत कुमार कर्नाटक, कुल सचिव अशोक कुमार, वित्त नियंत्रक दर्शना गुप्ता, अन्य वरिष्ठ अधिकारियों, निदेशकों, अधिष्ठाताओं, शिक्षकों, सहशेक्षणिक और सहायक कर्मचारियों, विश्वविद्यालय के पेंशनर संघ एवं छात्र संघ के प्रतिनिधियों ने उन्हें बधाई देते हुए उपरने, पुष्पगुच्छ व पुष्प मालाओं द्वारा उनका हार्दिक स्वागत किया।
इस अवसर पर पूर्व कुलपति डॉ उमा शंकर शर्मा, करन सिंह शक्तावत, कर्मचारी समिति के अध्यक्ष रजनी कान्त, उपाध्यक्ष एल एन साल्वी. सुखाडिया विश्व विद्यालय से भारत व्यास, डॉ हेमराज चौधरी, डॉ आशीष सिसोदिया, डॉ कुंजन आचार्य, डॉ मुकेश कुमार मीना, डॉ अनिल कोठारी, डॉ सागर सामरिया एवं अन्य शुभचिन्तक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
निवर्तमान कुलगुरु डॉ अजीत कुमार कर्नाटक को दी भावभीनी विदाई
महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के निवर्तमान कुलगुरु डॉ अजीत कुमार कर्नाटक को उनके कार्यकाल के अंतिम दिवस बुधवार 15 अक्टूबर को एमपीयूएटी के उच्चाधिकारियों ने भावभीनी विदाई दी । इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि मेरे नेतृत्व में महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमपीयूएटी) नवाचार, सतत उन्नति और वैश्विक मान्यता के केंद्र के रूप में परिवर्तित हो गया है, जिसने भारत में कृषि अनुसंधान, शिक्षा और ग्रामीण विकास पर एक अमिट छाप छोड़ी है।
उन्होंने विश्वविद्यालय के समस्त परिवार से अपेक्षा जताई कि वे अपने अथक परिश्रम से विश्वविद्यालय की सतत उन्नति, शैक्षणिक, प्रसार और अनुसन्धान में नवाचारों की इस पताका को और अधिक ऊँचाइयों पर पहुंचाएंगे। इस अवसर पर उन्होंने सभी के अप्रतिम सहयोग और स्नेह के लिये अपना हार्दिक आभार प्रकट किया । इस अवसर पर कुल सचिव अशोक कुमार, वित्त नियंत्रक दर्शन गुप्ता अन्य वरिष्ठ अधिकारी निदेशक एवं अधिष्ठाता गण उपस्थित थे। ।