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MLSU में एक लाख से ज्यादा छात्रों को प्रोविजनल प्रवेश पहली जुलाई से

कोरोना संक्रमण के चलते फिलहाल यह संशय बना हुआ है कि यूजी-पीजी में फर्स्ट-सेकंड ईयर में पढ़ने वाले 107273 से ज्यादा स्टूडेंट्स के ड्यू 150 पेपर होंगे या नहीं।
 
यूजी-पीजी फर्स्ट ईयर छात्रों को सेकंड और सेकंड ईयर वालों को फाइनल में प्रवेश देंगे।
 

उदयपुर। मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी व संबद्ध कॉलेजों में पढ़ने वाले यूजी-पीजी फर्स्ट और सेकंड ईयर के एक लाख से ज्यादा छात्रों के पहली जुलाई से नए सत्र में प्रोविजनल प्रवेश प्रारम्भ होंगे। यूजी-पीजी फर्स्ट ईयर छात्रों को सेकंड और सेकंड ईयर वालों को फाइनल में प्रवेश देंगे।

इस साल एमएलएसयू प्रशासन ने छात्रों की फीस नहीं बढ़ाने का फैसला किया है। कोरोना संक्रमण के चलते फिलहाल यह संशय बना हुआ है कि यूजी-पीजी में फर्स्ट-सेकंड ईयर में पढ़ने वाले 107273 से ज्यादा स्टूडेंट्स के ड्यू 150 पेपर होंगे या नहीं। कुलपति प्रो. एनएस राठौड़ ने बताया कि प्रोविजनल एडमिशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद ऑनलाइन स्टडी पर फोकस किया जाएगा।

55 हजार 987 छात्र-छात्राएं बीए-एमए फाइनल, बी कॉम-एमकॉम फाइनल, बीएससी फाइनल, एलएलबी फाइनल और बीसीए फाइनल के शेष 160 पेपर्स की परीक्षाएं जुलाई के दूसरे सप्ताह से देंगे। कोरोना कर्फ्यू एरिया के परीक्षार्थियों को भी स्क्रीनिंग के बाद परीक्षा में बैठाया जाएगा। मास्क और सेनेटाइजर की व्यवस्था परीक्षा केंद्रों पर भी रहेगी। परीक्षार्थी खुद भी सेनेटाइजर अपने साथ ला सकेंगे।

फर्स्ट-सेकंड ईयर के 150 से ज्यादा पेपर बाकी, यूजीसी कह चुका प्रमोट करने को

कुलपति प्रो. राठौड़ ने बताया कि यूजी-पीजी में फर्स्ट-सेकंड ईयर में पढ़ने वाले 107273 से ज्यादा स्टूडेंट्स के 150 पेपर ड्यू हैं, लेकिन राज्य सरकार ने अभी इनकी परीक्षा कराने के आदेश नहीं दिए हैं। हालांकि यूजीसी इन छात्रों को प्रमोट करने की गाइड लाइन जारी कर चुका है।

राज्य सरकार का कहना है कि फिलहाल फर्स्ट ईयर के छात्रों को सेकंड और सेकंड ईयर वालों को थर्ड ईयर में प्रवेश दे दिया जाए। स्थिति सामान्य होने के बाद परीक्षा कराई जाएं। जबकि कोरोना संक्रमण के कारण पैदा हुई स्थिति सामान्य होने में अभी समय लग सकता है, ऐसे में राज्य सरकार फाइनल ईयर-फाइनल सेमेस्टर को छोड़कर शेष सभी कक्षाओं के स्टूडेंट्स को प्रमोट करने का जल्द ऐलान कर सकती है। कुलपति प्रो. राठौड़ का कहना है कि फिर भी सभी छात्र फर्स्ट-सेकंड ईयर की परीक्षाएं देने की पूरी तैयारी में रहें।