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भविष्य का शिक्षक है शोधार्थी - कुलपति अमेरिका सिंह

MLSU पीएचडी कोर्स वर्क के समापन पर बोले कुलपति

 

शोधार्थी नवाचारयुक्त शोध से समाज, राष्ट्र और शिक्षा जगत को दें दिशा

उदयपुर, 8 सितंबर 2021 । मोहनलाल सुखाडि़या विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अमेरिका सिंह ने नए सत्र के शोधार्थियों को अनुशासन, एकाग्रता और धीरज का पाठ पढ़ाया। प्रो. सिंह ने विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती अतिथि गृह के बप्पा रावल सभागार में पीएचडी कोर्स वर्क के समापन अवसर पर विद्यार्थियों को संबोधन के दौरान कहा कि शोध छात्र समाज की धरोहर होते हैं। किसी भी क्षेत्र में नवाचार से युक्त शोध के जरिए शोधार्थी समाज राष्ट्र और शिक्षा जगत को नई दिशा देते हैं।

भविष्य का शिक्षक है शोधार्थी

उन्होंने कहा कि अच्छे चरित्र और सच्ची लगन के साथ इस शोध कार्य प्रस्तुत करें जो लोक कल्याण के उपयोगी हो। प्रो. सिंह ने कहा कि एक अच्छे शोधार्थी के लक्षण हैं कि वह सरल, सहज और सूक्ष्म दृष्टि वाला हो। शोधार्थी भविष्य का शिक्षक होता है इसलिए उसे सामाजिक अनुशासन के जरिए अपना काम करना चाहिए। प्रोफेसर सिंह ने शोधार्थियों को आश्वासन दिया कि राजस्थान से बाहर किसी भी विश्वविद्यालय में यदि शोध कार्य से जाना हुआ तो वह उनके आवास की व्यवस्था में मदद करेंगे।

इस अवसर पर डीन पीजी स्टडीज प्रो एमएस राठौड़ ने बताया कि कोरोना काल में पांच फैकल्टीज का कोर्स वर्क ऑनलाइन किया गया था। उसी क्रम में 1 सप्ताह की ऑफलाइन क्लासेस आज समाप्त हुई। इसमें कुल 581 विद्यार्थियों ने भाग लिया।

इस अवसर पर सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रो सीआर सुथार ने कार्यक्रम के शुरू में सभी का स्वागत किया। इस अवसर पर विज्ञान महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रो घनश्याम सिंह राठौड़, विधि महाविद्यालय की अधिष्ठाता डॉ राजश्री चौधरी, मानविकी के कोर्स वर्क प्रभारी प्रो प्रदीप त्रिखा, सामाजिक विज्ञान के कोर्स वर्क प्रभारी प्रो एसके कटारिया, कंप्यूटर सेंटर के निदेशक डॉ अविनाश पंवार,विज्ञान संकाय के कोर्स वर्क प्रभारी प्रो अतुल त्यागी उपस्थित थे।

इस अवसर पर हस्तशिल्प मंत्रालय के निदेशक रजत वर्मा ने मंत्रालय से जुड़ी विभिन्न योजनाओं की जानकारी शोधार्थियों को दी। उन्होंने कहा कि रोजगार परक योजनाओं के जरिए विद्यार्थी अपने स्किल बढ़ा सकते है। इस अवसर पर शोधार्थी ममता शर्मा, अमित मिश्रा, प्रेक्षा टण्डन, भवानी बोरिवल ने अपने अनुभव साझा किये। कार्यक्रम का संचालन पीएस राजपूत ने किया,जबकि धन्यवाद की रस्म फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट के निदेशक एवं मैनेजमेंट के कोर्स पर प्रभारी प्रोफेसर हनुमान प्रसाद ने अदा की।