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RTO ने REET परीक्षा 2021 में यातायात व्यवस्थाओं को लेकर जारी किए निर्देश  

प्रथम पारी में 50-50 वाहनों एवं द्वितीय पारी को सांय 150-150 बसों की व्यवस्था की

 
अभ्यर्थियों को उनके सेंटर पर पहुँचाने और परीक्षा समाप्त होने पर सेंटर से अस्थायी बस स्टैण्ड तक पहुंचाने के लिए शटल सेवा के रूप में संचालित

राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा रीट 2021 की व्यवस्थाओं के संबंध में जिला कलक्टर द्वारा प्रदत्त निर्देशानुसार ट्रांसपोर्ट व्यवस्थाओं को सुचारू एवं सुव्यवस्थित एवं अभ्यर्थियों के लिए सुगम बनाने हेतु प्रादेशिक परिवहन कार्यालय में समस्त परिवहन क्षेत्र के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की बैठक हुई। प्रादेशिक परिवहन अधिकारी प्रकाश सिंह राठौड़ की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में रीट-2021 परीक्षा के दौरान परिवहन व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए जिले में त्रिस्तरीय आवागमन के साधन उपलब्ध कराने के लिए सभी क्षेत्रों में परिवहन निरीक्षक/उप-निरीक्षक को प्रभारी नियुक्त किया गया।

बाहर के जिलों से आने व जाने वाले अभ्यर्थियों के लिए चेतक पहाड़ी बस स्टैण्ड, सुखेर बाईपास, भुवाणा त्रिराहा, प्रतापनगर चौराहा, गोवर्धन विलास बलीचा, रेती स्टेण्ड एवं रोडवेज बस स्टेण्ड आदि पर प्रथम पारी में 50-50 वाहनों एवं द्वितीय पारी को सांय 150-150 बसों की व्यवस्था की गई है। द्वितीय स्तर पर दूसरे जिले से आने वाले अभ्यर्थियों के लिए विभिन्न तहसीलों, पंचायतों एवं हैड क्वार्टर से आने-जाने वाले अभ्यर्थियों हेतु रोड़वेज बसों, लोकल बसों, क्रुजर,

मिनी बसों की व्यवस्था की गई है। सबसे ज्यादा 121 सेंटर उदयपुर शहर एवं उसके आप-पास है। जिनके लिए ऑटो रिक्शा, टैम्पो, मिनी बस और टाटा मैजिक की व्यवस्था की गई है, जो बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेशन व अन्य स्थानों से अभ्यर्थियों को उनके सेंटर पर पहुँचाने और परीक्षा समाप्त होने पर सेंटर से अस्थायी बस स्टैण्ड तक पहुंचाने के लिए शटल सेवा के रूप में संचालित होंगे।
 

आरटीओ ने बताया कि यात्री की सूचना के लिए सभी परीक्षा केन्द्रों, रोडवेज बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेशन और तय किए गए निजी स्टैण्ड एवं महत्वपूर्ण स्थानों पर बैनर के माध्यम से यातायात संबंधी जानकारी एवं बसों के आगमन-प्रस्थान की सूचना उपलब्ध करायी जाएगी। इसके लिए परिवहन विभाग में 24 घण्टे के लिए कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है एवं सभी परिवहन निरीक्षक/उप-निरीक्षक मोबाईल रखते हुए अभ्यर्थियों को आवश्यक सहायता एवं मार्गदर्शन सुनिश्चित करायेंगे। इसके लिए जिले में 82 रोड़वेज बसों, 200 क्रुजर, 200 टाटा मैजिक, 50 मिनी बस, 1500 ऑटो, 500 टैम्पो एवं 1200 निजी बसों की व्यवस्था की गई है।