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सुखाड़िया विश्वविद्यालय के पुस्तकालय एवं सूचना विभाग की दो दिवसीय सेमिनार का शुभारंभ 

पुस्तकालय किसी भी शिक्षण संस्थान का अभिन्न अंग होता है, यह ज्ञानार्जन का केंद्र बिंदु है जिसके बिना शिक्षण संस्थान अपूर्ण सा है- कुलपति प्रोफ़ेसर अमेरिका सिंह  

 

विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में सूचना विज्ञान विभाग द्वारा आईसीएसएसआर के सौजन्य से दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अमेरिका सिंह ने बताया कि किसी भी शिक्षण संस्थान में पुस्तकालय एक अहम भूमिका निभाता है जिस प्रकार शिक्षण संस्थान में अध्यापक महत्वपूर्ण है उसी प्रकार पुस्तकालय भी अति महत्वपूर्ण अंग है। हमने देखा कि कोरोना महामारी में शिक्षा प्रदान करने में एक शिक्षक एवं पुस्तकालय ने विद्यार्थियों को ज्ञान प्रदान करने में इन तकनीकों का प्रयोग करके नवाचार की है इसी तरह नई शिक्षा नीति के तहत पुस्तकालयों के पुनरुद्धार करके और अधिक प्रभावी भूमिका निभाएंगे। पुस्तकालय ने जिस का विषय है "नवीन शिक्षा नीति के तहत पुस्तकालयों का पुनरुद्धार"।  

आयोजन सचिव डॉ. पी एस राजपूत ने बताया कि  सेमिनार में नवीन शिक्षा नीति के तहत पुस्तकालय में किस प्रकार बदलाव करके और अधिक श्रेष्ठ पुस्तकालय सेवाएं दी जा सकती, किस प्रकार पुस्तकालय सेवाओं को और अधिक विस्तृत रूप में प्रदान किया जा सकता है तथा नवीन तकनीकों के सहयोग से पाठको तक और अधिक पहुंच बनाई जा सकती है तथा कोरोना महामारी के दौरान पुस्तकालयों ने किस प्रकार से पाठक वर्ग तक अपनी सेवाएं प्रदान पहुंचाए है। जैसे बिंदुओं को ध्यान में रखकर नवीन शिक्षा नीति मैं किस प्रकार से पुस्तकालयों को और अधिक प्रभावी ढंग से उपयोगी बनाया जा सकता है विषय पर चर्चा की जाएगी। देश के ख्याति  प्राप्त पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान के विद्वान भाग लेंगे जिनमें गुजरात विश्वविद्यालय के डॉ अतुल भट्ट, एमएनआईटी के सेवानिवृत्त एवं सुरेश ज्ञान विहार जयपुर के पुस्तकालय अध्यक्ष डॉ दीप सिंह, राजस्थान विश्वविद्यालय के डॉ संतोष गुप्ता एवं आईसीसीआर के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर डॉ महावीर सिंह आदि के साथ पुस्तकालय विज्ञान के कई विद्वान भाग लेंगे। पुस्तकालय और सूचना विज्ञान के शोधार्थी इस सेमिनार में पत्र वाचन भी करेंगे