शाला दर्पण: उदयपुर अंतिम 33वां, 12 पायदान फिसला
संभाग का राजसमंद 51.16 नंबर के साथ प्रदेश में तीसरे नंबर पर रहा
शाला दर्पण रैकिंग में उदयपुर पिछले तीन माह से लगातार पिछड़ रहा है। अगस्त माह की रैंकिंग में तो जिले के ख़राब प्रदर्शन का अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया है। अब 12 पायदान फिसलकर अंतिम यानी 33वें नंबर पर पहुंच गया है। उदयपुर को 100 में से महज 26.74 अंक मिले हैं। संभाग का राजसमंद 51.16 नंबर के साथ प्रदेश में तीसरे नंबर पर रहा। चूरू 55 अंकों के साथ पहले व 51.50 अंकों के साथ करौली दूसरा रहा।
लगातार गिरती रैंकिंग से विभाग के अधिकारियों की कार्य प्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। विभाग ने अभी नए जिलों के नाम रैंकिंग में नहीं जोड़े हैं। नया जिला बने सलूंबर की रैंकिंग भी उदयपुर में ही शामिल है। बता दें कि सभी स्कूलों को हर माह शैक्षिक गुणवत्ता, विशिष्ट जानकारियों सहित अन्य आवश्यक सूचनाओं को शाला दर्पण पर अपलोड करना होता है। ताकि राज्य स्तर पर यह पता चल पाए कि किस जिले में क्या स्थिति है।
निदेशक ने दी चेतावनी- बोले- नियमित प्रयास करें
विभाग के निदेशक कानाराम ने उदयपुर सहित अंतिम तीन स्थान पर रहे जिलों को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि नियमित मॉनिटरिंग और आवश्यक प्रयास करते हुए शैक्षिक माहौल को सुधारें। ताकि अगले माह की रैंकिंग में सुधार आ सके। बता दें कि उदयपुर 3 माह से लगातार अंतिम 10 पायदान में आ रहा है।
टॉप 3 जिले
जिला | स्कोर |
चूरू | 55 |
करौली | 51.50 |
राजसमंद | 51.16 |
अंतिम 3 जिले
जिला | स्कोर |
सिरोही | 28 |
धौलपुर | 27.20 |
उदयपुर | 26.74 |