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सुपर-30 फेम आनन्द कुमार ने दिया सफलता का मंत्र

जनजाति विद्यार्थियों से किया सीधा संवाद

 
200 चयनित विद्यार्थियों को मिला मंत्र

उदयपुर, 5 नवंबर 2020। जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग द्वारा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षओं विशेषकर नीट व जेइई परीक्षाओं का लक्ष्य रखने वाले विद्यार्थियों के लिए “मोटिवेशनल स्पीच“ वेबिनार आयोजित की गई। इस वेबिनार के प्रमुख वक्ता सुपर-30 फेम आनन्द कुमार ने बताया कि प्रतिभाओं को आगे बढ़ने हेतु घरेलु संसाधन एवं आर्थिक परिस्थितियां रोक नहीं सकती हैं, अपने सपने पूरे करने हेतु लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए साधना जारी रखनी होगी।

उन्होंने अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं को सामने रखते हुए बताया कि चुनौतियों का सामना करने हेतु प्रेरित किया। उन्होने गरीब एवं वंचित वर्ग के 30 विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षओं में सुपर-30 के बैच को स्वयं पढ़ाकर श्रेष्ठ फेकल्टी के माध्यम से परिणाम हासिल किये एवं वे आज भी गरीब विद्यार्थियों को पढ़ाते हैं।

जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के आयुक्त जितेन्द्र उपाध्याय ने बताया कि राज्य के जनजाति विद्यार्थियों के लिए ‘टीएडी टेलेन्ट 200’ कार्यक्रम संचालित किया जा रहा हैं जो कक्षा 11वीं से ही विद्यार्थियों को इन परीक्षाओं हेतु तैयारी करवाएगा एवं इन्हें प्रतियोगी परीक्षओं मंे प्रवेश हेतु विभाग द्वारा श्रेष्ठ कोचिंग संस्थाओं द्वारा कोचिंग करवाई जायेगी।

200 चयनित विद्यार्थियों को मिला मंत्र:

उन्होंने बताया कि यह मोटिवेशनल स्पीच जनजाति प्रतिभाशाली विद्यार्थी अवश्य ही प्रेरित होेंगे। स्वागत उद्बोधन देते हुए अतिरिक्त आयुक्त अंजली राजोरिया ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी एवं बताया कि जनजाति विभाग इन प्रतिभाओं को आगे बढाने हेतु हर संभव प्रयास करेगी। उन्होंने बताया कि कक्षा 11 वीं  की पढाई के साथ-साथ फाउण्डेशन कोर्स प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु करवाया जावेगा। इस हेतु 200 विद्यार्थियों का चयन किया हैं। जिनमें कक्षा 10वीं की माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में 98 प्रतिशत से 61 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों का चयन किया गया हैं।

कार्यक्रम में सुपर-‘30 में पढ़ाने वाली मोना पुरी ने भी अपने अनुभव विद्यार्थियों को बता कर उन्हे प्रेरित किया। प्रश्नोत्तर सत्र के इस वेबिनार में प्रदेश के कोने-कोेने से जनजाति विद्यार्थियों नें आनन्द कुमार से प्रतियोगिताओं के बारे में विभिन्न प्रकार की जिज्ञासाओं से सीधा संवाद कर उनसे अनेक प्रश्न किये एवं उनके प्रत्युत्तर से प्रेरित हुए।