गिट्स के विद्यार्थियों ने शिक्षक दिवस पर लिया शिक्षकों का आशीर्वाद
शिक्षक दिवस
भारत देश का इतिहास बहुत गौरवूपर्ण रहा हैं। इस देश को गौरवशाली बनाने में हमारे देश की विभूतियों का महान योगदान रहा हैं। समय समय पर इन विभूतियों को याद करने के लिए तथा आने वाली नई पीढी को उनके योगदान के बारे में बताने के लिए विभिन्न प्रकार के दिवस को मनाया जाता हैं। इसी परिप्रेक्ष्य में गीतांजली इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्निकल स्टडीज डबोक उदयपुर में शिक्षक दिवस धुमधाम से मनाया गया।
संस्थान के निदेशक डॉ. एन. एस. राठौड ने बताया कि शिक्षक दिवस महान दर्शानिक एवं विद्वान डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस पर मनाया जाता हैं। ऐसा करके हम उनके समाज के उत्थान में किये गये कार्यो को याद कर उनके बताये हुए रास्ते पर चलने की कोशिश करते हैं। शिक्षक सपने दिखाता हैं इन सपनों को हकीकत में बदलना विद्यार्थियों को कर्तव्य हैं। शिक्षक और शिष्य का रिस्ता सिर्फ कॉलेज और स्कूल तक ही सीमित नही हैं अपितु पूरे जीवन भर का होता हैं। शिक्षा के प्रति सभी को सजग रहना चाहिए, निरन्तर सीखने की प्रवृति को बनाये रखना चाहिए तभी हम अपना वर्तमान और भविष्य दोनों सुधार सकते हैं। माता-पिता सिर्फ चलना, फिरना और बोलना सिखाते हैं लेकिन गुरू, शिष्य के वर्तमान और भविष्य दोनों को सवांरते हैं। इसलिए सनातन धर्म में गुरू का स्थान ईश्वर से भी ऊँचा माना गया हैं।
कार्यक्रम में छात्रों द्वारा शिक्षकों की की गई मिमिक्री, ग्रुप डांस, व्यंग्य आधारित नाटक तथा विभिन्न कार्यक्रमों ने समां बांध दिया। कार्यक्रम का संचालन छात्रा रिमिषा खिलजी और छात्र यश चित्तौडा द्वारा किया गया।
इस अवसर पर वित्त नियंत्रक बी.एल.जांगिड सहित पूरे गिट्स के फेकल्टी मेम्बर्स ने विद्यार्थियों को आशीर्वाद देकर उन्हें सन्मार्ग पर चलने की राह दिखाई।