×

गिट्स में वेलनेस एण्ड मेडिटेशन पर कार्यशाला का शुभारम्भ

5 दिन तक चलेगी कार्यशाला 

 

इस भागदौड भरी जिंदगी में सुकून के दो पल मिलना मुश्किल हो जाता हैं। जीवन में बढती प्रतिस्पर्धा के कारण मन के अन्दर एक दुसरे के प्रति के प्रेम, इज्जत व समपर्ण कही खों सा गया हैं। हमारी आधुनिक शिक्षा भी कही न कही इसके लिए जिम्मेदार हैं। जहां हमें वसुधैव कुटुम्बकम का पाठ कही नहीं पढाया जाता हैं। तकनीकी शिक्षा में हमे सामाजिक स्तर पर सफल बना सकती हैं लेकिन हमें सामाजिक सौहार्द, एक दूसरे के प्रति सम्मान तथा फीलिंग नहीं दे सकती हैं। 

विद्यार्थियों एवं फेकल्टी मेंबर्स के अन्दर इसी कमी को पूरा करने के लिए गीतांजली इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्निकल स्टडीज डबोक उदयपुर (गिट्स) में इलेक्ट्रिकल इन्जिनियरिंग विभाग एवं राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान, चण्डीगढ के संयुक्त तत्वाधान में वेलनेस एण्ड मेडिटेशन पर 5 दिन तक चलने वाली कार्यशाला का शुभारम्भ हुआ। माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलन के साथ कार्यक्रम का शुरूआत हुआ।

संस्थान निदेशक डॉ. एन.एस. राठौड ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि वेलनेस एक प्रतिदिन किया जाने वाला अच्छी आदत हैं। वेलनेस मेंटल और फिजिकल को सिंक्रोनाइज करता है। हमें अपने तनाव भरी जिंदगी से मुक्त होने के लिए हम सभी को प्रतिदिन मेडिटेशन करना चाहिए। वेलनेस एवं मेडिटेशन शिक्षा के प्रमुख घटक हैं। प्रतिदिन मेडिटेशन करने से जीवन में नई ऊर्जा का संचार होता हैं। जिंदगी को जीने के लिए जीवन के मुख्य अवयव जैसे खाना, आराम, एक्सरसाईज, इमोशन व आध्यात्म आदि का समावेश होना जरूरी हैं। 

21 नवम्बर से 25 नवम्बर तक चलने वाले इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान, चण्डीगढ के प्रो. पी.के. सिंग्ला एवं प्रो. रितुल ठाकुर ने भाग लिया बतौर मुख्य अतिथि प्रो. सिंग्ला ने कहा कि जीवन में भावना का होना बहुत जरूरी हैं। वह भावना हमारे आसपास के प्रकृति, सहकर्मी, परिवार, जीव-जानवर तथा समाज के लोगों के प्रति जरूर होना चाहिए। यही भावनाएं हमें आपस में जोडकर रखती हैं। मनुष्य के लिए शारीरिक, सामाजिक, आध्यात्मिक तथा वित्तिय लब्ध का होना अति आवश्यक हैं। 

कार्यक्रम के संयोजक एवं इलेक्ट्रिकल इन्जिनियरिंग विभागाध्यक्ष प्रो. प्रकाश सुन्दरम के अनुसार 5 दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम में जीवन को सफल बनाने के लिए विद्यार्थियों एवं फेकल्टी मेम्बर्स को राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान, चण्डीगढ के विशेषज्ञों द्वारा महत्वपूर्ण टिप्स प्रदान किये जायेंगे। कार्यक्रम का संचालन असिस्टेंट प्रो. श्रुति भादवीया द्वारा किया गया।