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MLSU: वूमेन एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम का समापन 

प्रबंध अध्ययन संकाय, सुखाड़िया विश्वविद्यालय में 6 दिवसीय आयोजन

 

प्रबंध अध्ययन संकाय में संचालित अटल बिहारी सेंटर फॉर एंटरप्रेन्योरशिप एंड स्मॉल बिजनेस एंड स्किल डेवलपमेंट सेंटर के तत्वाधान में राष्ट्रीय स्तर शिक्षा अभियान (रूसा)द्वारा प्रायोजित एक सप्ताह का महिला उद्यमिता विकास कार्यशाला का समापन आयोजन  28 अगस्त को आयोजित किया गया। 

कार्यक्रम के  मुख्य अतिथि प्रोफेसर आनंद प्रकाश,दिल्ली यूनिवर्सिटी व गेस्ट ऑफ़ ऑनर के तौर पर दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर आरके सिंह शामिल हुए। कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत उद्बोधन करते हुए संकाय की निदेशक एवं अध्यक्ष प्रोफेसर मीरा माथुर ने कार्यशाला का परिचय देते हुए कहा कि इस कार्यक्रम में महिला उद्यमिताओं के विकास के सभी महत्वपूर्ण पहलुओं को शामिल किया गया तथा पूरे सप्ताह पूरे प्रोग्राम की संक्षिप्त शैली प्रस्तुत की गई। 

प्रोफेसर आनंद प्रकाश ने कहां की महिलाओं में  आंतरिक शक्ति समाहित होती है जो जीवन में सभी कार्यों को सुचारू रूप से चलाने सभी परिस्थितियों का सामना करने तथा फोकस के साथ सभी क्षेत्रों में रिदम बनाकर आगे बढ़ाने की कुशलता उनमें समाहित होती है अगर ऐसी महिलाओं को कार्यक्षेत्र में आगे आने का अवसर मिला तो वह हमारी भारतीय अर्थव्यवस्था में बहुत बड़ा योगदान साबित होगी अतः महिलाओं को बढ़ चढ़कर उद्यमिता की गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया।

प्रोफेसर आरके सिंह ने महिलाओं की महत्वता को बताते हुए कहा की महिलाओं को किसी और से पहचान की आवश्यकता नहीं है वह स्वयं ही अपनी सबसे बड़ी पहचान है और इसी विशेषता के साथ पूरे जगत मैं सदैव ही महिलाओं ने अपना अलग अस्तित्व स्थापित किया है। अतिथियों द्वारा कुछ चयनित बालिकाओं को पुरस्कार वितरित किया गया। 

अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए पाठ्यक्रम निदेशक एफएमएस प्रोफेसर हनुमान प्रसाद ने कहा कि महिलाएं, मां दुर्गा, मां सरस्वती व मां लक्ष्मी के रूप में सदा ही पूजनीय रही है तथा महिलाओं मे सशक्तिकरण के लिए संस्थान सदैव तैयार रहता हैं व आगामी वर्षों में भी वह ऐसे प्रोग्राम को सुचारू रूप से आयोजित करते रहेंगे। 

कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर नेहा नागौरी द्वारा किया गया इसके अतिरिक्त डॉ सोनू नागोरी, डॉ पूजा देवीजा, डॉ ज्योति सुहालका, डॉ. स्वाति बंडी, रेनू नागौरी समेत 150 से अधिक विद्यार्थी मौजूद थे।