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21 साल बाद भारत का हुआ मिस यूनिवर्स - हरनाज़ कौर संधू बनी मिस यूनिवर्स 2021

1994 में सुष्मिता सेन तो 2000 में लारा दत्ता बनी थी मिस यूनिवर्स

 

जानिए हरनाज़ संधू का मिस यूनिवर्स तक का सफर

मिस यूनिवर्स हरनाज़ कौर संधू ने मिस यूनिवर्स 2021 का ख़िताब जीतकर भारत का परचम लहरा दिया है।  सन 1994 में सुष्मिता सेन पहली भारतीय महिला थी जिन्होंने मिस यूनिवर्स खिताब जीता और 2000 में लारा दत्ता ने दूसरा मिस यूनिवर्स का ख़िताब भारत को दिलाया।  

70वां मिस यूनिवर्स पेजेंट इस साल 12 दिसंबर को इजराइल में आयाजित किया गया था, जिसमें मिस यूनिवर्स 2021 (Miss Universe 2021) का ताज भारत की हरनाज़ संधू (Harnaaz Sandhu) ने अपने सर सजा लिया है। इस प्रतियोगिता के प्रीलिमिनरी स्टेज में 75 से ज्यादा खूबसूरत और प्रतिभाशाली सुंदरियों ने भाग लिया था, लेकिन टॉप 3 में दक्षिण अफ्रीका, पैराग्वे और भारत के प्रतियोगियों ने जगह बनाई। आखरी राउंड में साउथ अफ्रीका और पराग्वे को पीछे छोड़ते हुए भारत की हरनाज़ संधू ने ब्रह्माण्ड सुंदरी का ताज अपने नाम कर लिया। 

गुरदासपुर से निकली पंजाब की कुड़ी पहुंची आखिरी मिस यूनिवर्स के मुकाम तक 

मिस यूनिवर्स 2021 का ताज पहनने वालीं हरनाज़ कौर पंजाब के गुरदासपुर के एक गांव की रहने वाली हैं। उनका परिवार चंडीगढ़ के पास खरड़ में लांडरां रोड पर शिवालिक सिटी में रहता है। किसान परिवार से जुड़ीं 21 साल की हरनाज़ के पिता रियल एस्टेट बिज़नेसमैन है जबकि माता पेशे से डॉक्टर हैं। उनके माता डॉ. रबिंदर संधू चंडीगढ़ के सरकारी अस्पताल में महिला रोग विशेषज्ञ हैं। हरनाज़ संधू ने अपनी प्राथमिक पढ़ाई चंडीगढ़ के शिवालिक पब्लिक स्कूल से की है। फिलहाल वे चंडीगढ़ के सेक्टर-42 स्थित पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज की छात्रा हैं। 

मिस यूनिवर्स  2021 हरनाज मॉडलिंग के साथ तैराकी, घुड़सवारी, एक्टिंग और नृत्य का भी है शौक

वर्तमान में हरनाज़ पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज से लोक प्रशासन में मास्टर्स कर रही हैं। उन्हें एक्टिंग भी काफी पसंद है। उनका कहना है की भविष्य में वे फिल्मों में भी काम करना चाहती हैं। अभिनय में रूचि रखते हुए पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री से अपना डेब्यू कर चुकी हैं। उनकी दो पंजाबी फिल्मों ‘पाऊ बारां’ और ‘बाई जी कुट्टंगे’ की शूटिंग पूरी कर चुकी हैं। इन दोनों फिल्मों को उपासना सिंह प्रोड्यूस कर रही हैं। इसके अलावा हरनाज़ संधू तैराकी, घुड़सवारी और डांस में भी रूचि रखती है।  

टीन-एज में काफी हुई बुलिंग का शिकार, लेकिन  योग और मेडिटेशन से लक्ष्य पर रही अडिग 

भारत में या बात की जाए किसी और देश की, तो हर जगह लोग बॉडी शेमिंग या रंग रूप में भेदभाव करते है। कहीं इंसान की कद काठी तो कही रंग रूप। हरनाज़ भी इसी तरीके के बुलिंग का शिकार हुई है। उनके दुबलेपन का मज़ाक बनाया जाता था। उनके दुबले पन की वजह से उनको तरह तरह के नाम भी दिए गए। बॉडी शेमिंग और बुलिंग के कारण हरनाज़ के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ा, जिसके कारण अपनी काबिलियत पर शक होने लगा था।  उन्हें लगता था कि शायद उनमें ही कमी है। उस दौरान हरनाज की मां ने बहुत साथ दिया। उनका डॉक्टर होना बहुत काम आया। मां और परिवार ने उन्हें यकीन दिलाया कि तुम जो हो, दूसरों से अलग हो और तुम्हे खुद को स्वीकार कर आत्मविश्वास पैदा करना होगा। योग मेडिटेशन के जरिए खुद में बदलाव आते देखा। उन्होंने अपनी कामयाबी का श्रेय अपने माता पिता को दिया, क्यूंकि उनके विश्वाश और उनके समर्थन से आज मिस यूनिवर्स का ताज अपने नाम दर्ज कर पाई है।  

इंस्टाग्राम अकाउंट पर मिस यूनिवर्स बनने के बाद सभी का शुक्रिया करते हुए हरनाज़ ने पोस्ट शेयर करते हुए लिखा की - "उस दिन से 74 दिन हो गए हैं जब मुझे मिस यूनिवर्स 2021 के भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया था। यह प्यार, मस्ती और अपार मेहनत से भरा सफ़र रहा है। मैं आज जब इस मंच पर भारत कि छवि बन कर चल रही हूँ, तो मैं अपने साथ आपकी प्रार्थनाओं और प्यार को लेकर चलती हूं; मेरे परिवार को धन्यवाद, आज और हमेशा। मेरे सभी पैनलिस्टों और डिजाइनरों को धन्यवाद जो मेरे इस सफ़र का अभिन्न अंग रहे हैं। जो लडकी आप इस मंच पर देख रहे हैं उसे इस रूप में लाने का आप सब का शुक्रिया"

जैसा की हरनाज़ कौर संधू में अपने इंस्टग्राम के बायो में लिखा " Shine like the whole Universe is yours", आज वही मिस यूनिवर्स 2021 का ख़िताब अपने नाम कर चुकी है...