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रश्मिका मंदाना का Deepfake वीडियो वायरल

अमिताभ बच्चन ने भी इस तरह की एडिटिंग के खिलाफ आवाज उठाते हुए कहा था कि इस पर सख्त एक्शन लिया जाना चाहिए 

 

7, नवंबर।  सोशल मीडिया सेंसेशन, रश्मिका मंदाना का एक Deepfake वीडियो खूब वायरल हो रहा है। हर ओर इसकी चर्चा भी हो रही है। दरअसल, ये किसी और लड़की का वीडियो है, पर एडिटिंग करके इसमें रश्मिका का चेहरा लगा दिया गया है। कई दिनों से इसपर बवाल मचा है।वीडियो में साफ तौर पर दिख भी रहा है कि ये असली वीडियो नहीं है।  

रश्मिका ने शेयर की पोस्ट

रश्मिका ने वीडियो तो शेयर नहीं किया, पर एक लंबी-चौड़ी पोस्ट जरूर लिखी है। एक्ट्रेस ने लिखा- मुझे ये शेयर करते हुए बहुत हर्ट हो रहा है कि मेरी जो डीपफेक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, उसने मुझे आहत किया है। इस तरह की चीजें सच कहूं तो मेरे लिए बहुत खतरनाक है। मैं डरी हुई हूं। पर मैं इस पर भी गौर देना चाहती हूं कि ये तो मेरे साथ हुआ, ये किसी के भी साथ हो सकता है और इससे इंसान काफी आहत होता है। 

मुझे हैरत इस बात पर हो रही है कि लोग किस तरह तकनीक का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर ये मेरे साथ उस वक्त होता जब मैं स्कूल या कॉलेज में थी तो बता नहीं सकती कि कैसे इसका सामना करती। उन्होंने कहा कि इससे पहले कि और लोग इससे प्रभावित हों, हमें समुदाय के तौर पर इससे जल्द निपटने की जरूरत है।

रश्मिका के वीडियो पर सेलिब्रेटीज ने आपत्ति जताई

रश्मिका मंदाना के डीपफेक वीडियो को लेकर विभिन्न क्षेत्र की हस्तियों ने कानूनी कार्रवाई की मांग उठाई है। अभिनेता अमिताभ बच्चन ने एक्स पर लिखा, इस मामले में कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। केंद्रीय आइटी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके प्लेटफॉर्म पर इस तरह के गलत वीडियो और सूचनाएं शेयर नहीं की जाएं। अप्रेल 2023 में आईटी नियमों के तहत प्लेटफॉर्म्स जिम्मेदारी तय की गई थी।

आईटी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर का कहना है कि जैसे ही कोई यूजर वीडियो या सूचना को फेक रिपोर्ट करता है तो 36 घंटे के भीतर इसे हटाने का नियम है। उन्होंने एक्स पर लिखा, अगर प्लेटफॉर्म ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें अदालत में घसीटा जा सकता है। डीप फेक नई और ज्यादा खतरनाक तकनीक है। इससे सभी प्लेटफॉर्म को निपटना होगा।

क्या होती है Deepfake तकनीक?

Deepfake टर्म Deep Learning से आया है। यह मशीन लर्निंग का एक पार्ट है डीप लर्निंग नाम में Deep लगा है, जिसका मतलब मल्टीपल लेयर्स होता है। यह आर्टिफिशियल न्यूरल नेटवर्क पर बेस्ड होता है। इस एल्गोरिद्म में काफी सारा डेटा एंटर करके फेक कॉन्टेंट को असली में बदल दिया जाता है। Deepfake कॉन्टेंट के लिए AI का इस्तेमाल किया जाता है।स्कैमर्स Deepfake का यूज लोगों को ब्लैकमेल करने के लिए करते हैं।इसी तरह वीडियोज और फोटोज को AI की मदद से एडिट करके लोगों को परेशान करते हैं।