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1008 जैन महिलाओं ने एक साथ जैन घूमर रम रचा इतिहास

2621वां भगवान महावीर जन्मकल्याणक महोत्सव के आयोजन

 
उदयपुर कुण्डलपुर धाम में मना महावीर का जन्मोत्सव

उदयपुर। बजे कुण्डल पुर में बाधाई, की नगरी में वीर जन्मे, प्रभु महावीर जी... के गीतों की धून पर 1008 विवाहिताएं एवं युवतियों ने एक ही परिधान में घूमर नृत्य कर पुरे वातावरण को भक्ति रस में डूबो दिया। इस दौरान वहां मौजूद दर्शकों ने भी जमकर करतल ध्वनी से जोरदार स्वागत किया। 

श्री महावीर जैन परिषद के तत्वावधान में श्रमण भगवान महावीर स्वामी का जन्म कल्याणक महोत्सव 14 अप्रेल को धूमधाम से मनाया जाएगा। महावीर जयन्ती के पूर्व दिवस पर आयोजित 14 दिवसीय कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को शोभागपुरा स्थित शुभकेसर गार्डन में कुण्डलपुर का निर्माण किया गया। इस कुण्डलपुर में 1008 जैन समाज की युवतियां एवं विवाहितओं ने एक जैसे परिधान पहनकर भगवान महावीर स्वामी के जन्म कल्याणक के विभिन्न गीतों पर जमकर घूमर नृत्य किया। एक साथ डांडियों की खनक से पूरे वातावरण सुनाई दे रही थी । इस दौरान दर्शकदीर्घा  में बैठक श्रावक-श्राविकाओं ने जमकर भगवान के जयकारों से वातावरण गुंजाय मान रहा। 

महावीर जैन परिषद की महिला संयोजिका विजयलक्ष्मी गलूंडिया ने बताया कि पहली बार जैन समाज की महिलाओं ने एक नया इतिहास रचा। जिस समारोह की मुख्य अतिथि नगर निगम की पूर्व महापौर श्रीमती रजनी डांगी एवं समारोह की अध्यक्षता परिषद के मुख्य संयोजक राजकुमार फत्तावत ने की। इस समारोह की पूर्व जिला प्रमुख श्रीमती मधु मेहता विशिष्ठ अतिथि थी। 

भगवान महावीर स्वामी ने 2621 वर्ष पूर्व माता त्रिशला की कुक्षी से क्षत्रिय कुल में जन्म लिया। भगवान महावीर जन्म कल्याण महोत्सव को प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी धूमधाम से मनाया जा रहा है। जन्म कल्याणक महोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित हो रहे 14 दिवसीय समारोह के तहत शुक्रवार को शुभकेसर गार्डन के कुण्डलपुर धाम का निर्माण किया गया। 

जहां पर डीजे की धून पर नृत्य, गीत द्वारा भक्तिमय बना दिया था कुण्डलपुर धाम बनाया और मेवाड़ की क्षत्राणियों (जैन महिलाओं) ने राजपूति पौशाक में सज-धज कर प्रभु प्रीत की चुरन ओडकर घूमर-घूमर घुमे..., कुण्डलपुर धरती को धन्य किया है...., बाजे-बाजे रे शहनाई प्यारे प्रभु नाम की..., इण आवों री सखी री देखो नाचो गावो री...., मन मयुरा जब भी बोले प्रभुजी थारी जय-जय बोले.... आदि भक्ति गीतों पर घूमर नृत्य कर वीर जन्मोत्सव की खुशिया मनाई गई।  
    
महावीर जैन परिषद के मुख्य संयोजक राजकुमार फत्तावत ने अपने उद्बोधन में कहां कि इतनी संख्या में मेवाड़ की जैन महिलाओं का एक साथ एक सी वेशभूषा में घूमर नृत्य करना एक इतिहास रचना है। भक्तिभाव से सरोबार इस प्रकार के कार्यक्रम हमारी परम्पराओं एवं संस्कारों को जीवंत रखते है और हमारी आने वाली पीढ़ी भी धर्म एवं समाज से जड़ती है। 
    
कार्यक्रम का शुभारम्भ नवकार महामंत्र के जाप से हुआ। अतिथियों का स्वागत कार्यक्रम संयोजिका नीता छाजेड़, शिल्पा पामेचा, सोनल सिंघवी, मंजू फत्तावत, उर्मिला नागौरी, अंजना गंगवाल ने उपरणा एवं मेवाड़ी पगड़ी पहनाकर किया। स्वागत उद्बोधन संयोजिका विजयलक्ष्मी गलूंडिया ने दिया। धन्यवाद सहसंयोजिका सोनल सिंघवी ने ज्ञापित किया। कार्यक्रम में कोषाध्यक्ष कुलदीप नाहर भी उपस्थित रहे। सभी 1008 महिलाओं को पुरस्कार प्रदान किया गया। 

फतहसागर पाल पर नियॉन वॉक आज  

परिषद के कोषाध्यक्ष कुलदीप नाहर ने बताया भगवान महावीर जन्मकल्याण महोत्सव आयोजनों के तहत जैन जागृति सेन्टर उदयपुर की ओर से शनिवार शाम 5.30 बजे मोती मगरी गेट से फतहसागर पाल तक 'आई सपोर्ट नॉन वाईलेंस' थीम पर नियॉन वॉक का आयोजन किया जाएगा। जिसमें 12 से 18 वर्ष तक के छात्र-छात्राएं भाग लेंगे।