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शाही ठाठ-बाट से निकलेगी गणगौर की सवारी 
 

पहली बार नाथद्वारा कांकरोली की गणगौर भी जुड़ेंगी मेवाड़ महोत्सव में  

 

होंगे सांस्कृतिक आयोजन व प्रतियोगिताएं

उदयपुर 3 अप्रेल 2022 । झीलों की नगरी उदयपुर में जिला प्रशासन एवं पर्यटन विभाग के साझे में तीन दिवसीय मेवाड़ समारोह का आगाज सोमवार 4 अप्रेल से होगा।

पर्यटन उपनिदेशक शिखा सक्सेना ने बताया कि मेवाड़ महोत्सव के प्रथम दिन 4 अप्रेल को घंटाघर से गणगौर घाट पर शाम 4 से 6 तक विभिन्न समाज की ओर से गणगौर सवारी एवं शाम 6 से 7 बजे तक बंशी घाट से गणगौर घाट तक गणगौर की शाही सवारी निकाली जाएगी। वहीं शाम 7 बजे से गणगौर घाट पर लोक कलाकारों की प्रस्तुति व आतिशबाजी का आयोजन होगा। 

दूसरे दिन 5 अप्रेल को गणगौर घाट पर शाम 7 बजे से सांस्कृतिक संध्या व विदेशी युगल की राजस्थानी वेशभूषा प्रतियोगिता तथा 4 से 6 अप्रेल तक गोगुंदा स्थित मेला ग्राउंड पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ विविध आयोजन होंगे।

पहली बार नाथद्वारा कांकरोली की गणगौर भी जुड़ेंगी मेवाड़ महोत्सव में  

पर्यटन विभाग ने मेवाड़ महोत्सव का दायरा बढ़ाते हुए पहली बाद नाथद्वारा कांकरोली को भी जोड़ा है। नाथद्वारा में तीन दिन तक गणगौर की सवारियां निकलती है। इस बार सवारियों के साथ पर्यटन विभाग के लोक कलाकार दल भी होंगे। नाथद्वारा में शाम छह बजे से गणगौर की सवारियां निकाली जाएगी। जो की रिसाला चौक, गोविन्द चौक, बड़ा बाजार, महादेव जी की घाटी, गणगौर बाग़ पहुंचेगी, वहां से विट्ठलनाथ मंदिर, चौपाटी होते हुए पुनः रिसाला चौक लौटेगी।इस बीच पूरे रस्ते में विभाग के कलाकार दल सवारियों की रंगत बढ़ाएंगे। 

इधर, कांकरोली में बालकृष्ण स्टेडियम में देर शाम तक तरह तरह की प्रस्तुतियां होगी। कांकरोली में शाम 4 बजे से रात 8 बजे तक द्वारकाधीश मंदिर से बालकृष्ण स्टेडियम तक सवारियां निकलेगी। रात 8 बजे बाद बालकृष्ण स्टेडियम में सांस्कृतिक कार्यक्रम में टोंक से कच्छी घोड़ी, खेरवाड़ा के दल का गैर नृत्य, अलवर से भपंग वादन के साथ चरी, कालबेलिया नृत्य, भवई, घूमर, चकरी डांस की प्रस्तुति होंगी।  इसके अतिरिक्त भरतपुर की फूलो की होली प्रमुख आकर्षण होंगी। 

पर्यटन विभाग की उपनिदेशक शिखा सक्सेना ने बताया की राजस्थान में गणगौर महोत्सव का उतना ही महत्त्व है जितना की यूनेस्को की आईसीएच लिस्ट में शामिल कोलकाता को दुर्गा पूजा का है। विभाग की तरफ से नवाचार के तहत इस बार राजसमंद के नाथद्वारा और कांकरोली में भी लोक कलाकारों की प्रस्तुतियां आयोजित होगी, यहाँ की गणगौर शोभयात्रा का प्रचार किया जाएगा जिससे देश दुनिया के पर्यटकों के बीच मेवाड़ आकर्षण का नया केंद्र बनेगा। 

महोत्सव को भव्य व गौरवपूर्ण बनाएं-कलक्टर

जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने राजस्थान की संस्कृति के साथ मेवाड़ के गौरव एवं लोक संस्कृति पर आधारित इस आयोजन में विभिन्न विभागों को अलग-अलग दायित्व सौंपते हुए सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ आयोजन को भव्य बनाने के निर्देश दिये। 

उन्होंने विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों एवं शहरवासियों को पूर्ण सहयोग प्रदान करते हुए आयोजन को सफल बनाने की बात कही है। मेवाड़ समारोह के दौरान आने वाले पर्यटकों को पूरा सम्मान देने, पर्यटकों के लिए बेहतर व्यवस्थाएं करने एवं सभी आयोजनों को भव्य व गौरवपूर्ण मनाने के निर्देश भी कलक्टर ने दिए।